इस साल गणतंत्र दिवस परेड कई मायनों में अलग होगी, क्योंकि देश की बढ़ती रक्षा शक्ति और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संगम से चिह्नित होगी। सरकार ने भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं को मनाने पर ध्यान केंद्रित किया है। बता दें, गणतंत्र दिवस परेड से पहले मेजर जनरल आलोक कक्कड़ ने होने वाले समारोहों में भारतीय सेना और बलों को शामिल करने वाले विभिन्न नए आयोजनों की शुरुआत की है। उन्होंने जिक्र किया कि लेजर प्रोजेक्शन पर भी आकर्षण का केंद्र होगा।
गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए कम से कम 1000 ड्रोन इस समारोह में कोविड नियमों का पालन किया जाएगा, जिसमें बीटिंग रिट्रीट में इस बार 1000 ड्रोन आजादी का अमृत महोत्सव की थीम पर अपना शो दिखाएंगे। हजारों ड्रोन के जरिए शो करने वाला दुनिया में भारत चौथा देश बन गया है। इससे पहले चीन, रूस और अमेरिका के पास ही एसी तकनीक थी। ये सिस्टम आईआईटी दिल्ली की तरफ से तैयार किया गया है।