
देश के पूर्वोत्तर राज्यों में मानसूनी बारिश ने भीषण तबाही मचा दी है। असम, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन के चलते 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 7 लाख लोग प्रभावित हैं। नदियां उफान पर हैं, गांवों में पानी भर गया है, और हजारों लोग अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
असम में ब्रह्मपुत्र का कहर, 21 जिले बाढ़ की चपेट में
असम में हालात सबसे अधिक गंभीर हैं। ब्रह्मपुत्र और बराक समेत 15 से अधिक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। 21 जिले प्रभावित, 6.32 लाख लोग प्रभावित, 165 राहत शिविरों में 31,000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं।
राज्य में अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है। रेल, सड़क और फेरी सेवाएं पूरी तरह से बाधित हैं। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है।
सिक्किम में भूस्खलन से फंसे लोगों को एयरलिफ्ट किया गया
सिक्किम में भी हालात चिंताजनक हैं। लाचेन के छतेन इलाके में सैन्य शिविर पर भूस्खलन के बाद 6 जवान लापता हैं। अब तक 1,700 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। दो MI-17 हेलीकॉप्टरों की मदद से 34 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। तीस्ता नदी में वाहन गिरने से लापता 8 लोगों की तलाश जारी है।
मेघालय में सैलाब, पर्यटक लापता
मेघालय के सोहरा इलाके में खड्ड में बहने से इंदौर के पर्यटक दंपती में से एक की मौत हो चुकी है, जबकि महिला सोनम रघुवंशी की तलाश जारी है। NDRF की टीम लगातार अभियान में जुटी है। राज्य के कई इलाकों में सड़कें ध्वस्त हैं और संपर्क टूट चुका है।
मिजोरम में भारी बारिश, 552 भूस्खलन की घटनाएं
पिछले 10 दिनों में मिजोरम में 552 भूस्खलन की घटनाएं दर्ज हुई हैं, 152 घरों को नुकसान, 198 परिवारों ने अपने घर छोड़े,5 मौतें हो चुकी हैं। राज्य के 11 जिले प्रभावित हैं और लगातार स्कूल बंद रखे गए हैं।
मणिपुर में भी बाढ़ का कहर
मणिपुर में 1.64 लाख लोग प्रभावित, 35,143 घर क्षतिग्रस्त, 77 राहत शिविर चालू, 3,917 लोगों को किया गया रेस्क्यू।
दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार 8 दिन पहले आया, लेकिन अब ठिठक गया है। मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर के लिए 5 जून तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। 11 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इससे स्थिति के और बिगड़ने की आशंका है।
PM मोदी ने लिया स्थिति का जायजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम, सिक्किम और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों व राज्यपाल से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया है। केंद्र सरकार लगातार हालात की निगरानी कर रही है।
पूर्वोत्तर में अब तक की मौतों का आंकड़ा
असम – 17 मौतें
अरुणाचल – 11 मौतें
मेघालय – 6 मौतें
मिजोरम – 5 मौतें
सिक्किम – 3 मौतें
त्रिपुरा – 1 मौत
बिहार में भी मानसूनी कहर
बिहार के सीवान जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण 7 लोगों की मौत हो गई है। कई घरों को नुकसान पहुंचा और पेड़ उखड़ गए।पूरे पूर्वोत्तर में हजारों परिवारों के सामने रहने, खाने और स्वास्थ्य सेवा की चुनौती है। प्रशासन, सेना और NDRF राहत कार्य में जुटे हैं, लेकिन स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।