
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद बिलासपुर जिले में एक बड़ा हादसा हो गया। जिले के बरठी के पास भालू में एक निजी बस भूस्खलन की चपेट में आ गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार बस में करीब 30 यात्री सवार थे। अचानक पहाड़ी से गिरे मलबे और पत्थरों ने बस को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया।
भूस्खलन से बस पर गिरा मलबा, कई यात्री दबे
बताया जा रहा है कि ‘संतोषी’ नाम की यह निजी बस मरोतन से घुमारवीं जा रही थी। शाम करीब 6:25 बजे जब बस भालू पुल और बरठी के बीच पहुंची, तभी एक पूरी पहाड़ी टूटकर बस पर आ गिरी। मलबे में दबने से बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
अब तक 12 शव बरामद, दो बच्चे जीवित निकाले गए
स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। जेसीबी मशीनों से मलबा हटाने का काम जारी है। अब तक 12 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि दो बच्चों को जीवित बाहर निकाला गया है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
हालांकि, मृतकों की आधिकारिक संख्या की अभी पुष्टि नहीं की गई है। भारी मलबा और बारिश के कारण बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं।
सीएम सुक्खू ने जताया दुख, दिए राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस भीषण हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने और उनके इलाज की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। सीएम सुक्खू शिमला से स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
प्रशासन अलर्ट, राहत कार्य जारी
प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन दल मौके पर मौजूद हैं। भारी बारिश और अंधेरा होने के बावजूद रेस्क्यू टीमें लगातार काम कर रही हैं। स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक और दहशत का माहौल है।
यह हादसा एक बार फिर बताता है कि भारी बारिश और भूस्खलन के दौर में पहाड़ी इलाकों में यात्रा कितनी खतरनाक हो सकती है।