
उत्तर प्रदेश अब अपनी पहचान केवल सांस्कृतिक विरासत तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ के निर्माण केंद्र के रूप में भी वैश्विक मंच पर उभरेगा। राजधानी लखनऊ में बन रहा ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्रोडक्शन सेंटर न सिर्फ राज्य की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार देगा, बल्कि भारत को दुनिया के प्रमुख हथियार निर्यातक देशों की कतार में भी मजबूती से खड़ा करेगा।
लखनऊ के अमौसी (सरोजनी नगर) क्षेत्र में स्थापित हो रहा यह अत्याधुनिक केंद्र ब्रह्मोस मिसाइल के नेक्स्ट जेनरेशन संस्करण ‘ब्रह्मोस-NG’ के निर्माण के लिए समर्पित होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने रिकॉर्ड समय में रक्षा मंत्रालय को करीब 200 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई, जिससे राज्य की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और औद्योगिक दृष्टि साफ झलकती है।
यूपी कैसे बन रहा है डिफेंस हब
उत्तर प्रदेश को देश का उभरता हुआ ‘डिफेंस कैपिटल’ बनाने के पीछे तीन बड़े कारण माने जा रहे हैं। पहला, यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, जिसके तहत झांसी, चित्रकूट, जालौन, अलीगढ़, आगरा और लखनऊ को रक्षा विनिर्माण के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। दूसरा, लखनऊ नोड की अहम भूमिका, जहां ब्रह्मोस एयरोस्पेस की मौजूदगी से छोटे और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को जबरदस्त बढ़ावा मिल रहा है और सैकड़ों सहायक इकाइयां आकार ले रही हैं। तीसरा, भारी निवेश और रोजगार, क्योंकि इस परियोजना से राज्य में ₹300 करोड़ से अधिक का प्रत्यक्ष निवेश और हजारों कुशल इंजीनियरों व तकनीकी विशेषज्ञों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
ब्रह्मोस सेंटर की खासियत
लखनऊ स्थित यह केंद्र विशेष रूप से हल्की, ज्यादा घातक और अत्याधुनिक ब्रह्मोस-NG मिसाइलों के निर्माण पर फोकस करेगा, जिन्हें सुखोई-30 MKI और एलसीए तेजस जैसे लड़ाकू विमानों पर आसानी से तैनात किया जा सकेगा। यहां बनी मिसाइलें भारतीय थलसेना, वायुसेना और नौसेना की ताकत बढ़ाने के साथ-साथ फिलीपींस जैसे मित्र देशों को निर्यात के लिए भी तैयार की जाएंगी। इसके अलावा परिसर में ही हाई-टेक टेस्टिंग और इंटीग्रेशन लैब विकसित की जा रही हैं, जिससे गुणवत्ता और सुरक्षा के उच्चतम मानक सुनिश्चित होंगे।
आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहा रक्षा ढांचा भारत को आयात पर निर्भरता से मुक्त करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। लखनऊ का ब्रह्मोस एयरोस्पेस केंद्र न केवल यूपी, बल्कि पूरे देश को आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति के रूप में स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा।













