: भारत के लोकेप्रिय प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की बायोपिक फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ पर एक के बाद के मुश्किलें आती जा रही है जो हटने का नाम नहीं ले रही है। पहले फिल्म के पोस्टर पर गीत लेखकों के नाम पर क्रेडिट देने पर विवाद उठाया गाया था जिसपे फिल्म के प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने सफाई दी थी।
अब हाल ही में शाबाना आजमी ने इस फिल्म के मेकर्स पर गुमराह करने का आरोप लगाया। अब लोकसभा चुनाव के लिए लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में पूर्वी दिल्ली के उपायुक्त ने पांच अप्रैल को बायोपिक के विज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए प्रोडक्शन हाउस और म्यूजिक कंपनी समेत दो अन्य को नोटिस भेजा है। सीईओ कार्यालय ने मामले से संबंधित लोगों को इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए 30 मार्च तक का वक्त दिया है।
बता दें कि यह फिल्म पूरे देश में रिलीज होगी और इसके महज चंद दिन बाद से कुछ राज्यों में मतदान होने वाला है।चुनाव से कुछ दिन पहले एक राजनेता के जीवन पर आधारित फिल्म के प्रदर्शन से मतदाताओं को किसी पार्टी विशेष की तरफ आकृष्ट किया जा सकता है, जिसे केवल नेटवर्क एक्ट का उल्लंघन माना गया है।
इसके तहत कोई भी प्रिंट मीडिया, जिनके वेब न्यूज पोर्टल भी है, बगैर चुनाव आयोग की अनुमति ऐसा संदेश प्रसारित या प्रकाशित किया जाता है तो उन पर आचार संहिता उल्लंघन की कार्रवाई बनती है।
बता दें कि केबल नेटवर्क एक्ट का उल्लंघन के तहत कोई भी प्रिंट मीडिया या वेब पोर्टल बिना चुनाव आयोग की अनुमति के कोई भी विज्ञापन प्रसारित नहीं कर सकते है। अगर वो इसका उल्लंघन करते हुए ऐसा करते है तो इस पर कार्रवाई बनती है।
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