छत्तीसगढ़ की प्रतिभाशाली खिलाड़ी मिशा सिंधु ने कलारीपयट्टू खेल में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया। उन्होंने (कोइपोररू – Unarmed Combat) फाइट इवेंट (40-60kg) में शानदार प्रदर्शन करते हुए हरिद्वार, उत्तराखंड में आयोजित प्रतियोगिता में यह उपलब्धि हासिल की। इस स्वर्णिम जीत के साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के लिए कलारीपयट्टू खेलों में पदकों का खाता खोला।
फाइनल में हरियाणा की खिलाड़ी को दी मात
जिला कलारीपयट्टू संघ रायपुर के अध्यक्ष अनीस मेमन और सचिव अमन यादव ने प्रदेश संघ के सचिव एवं कोच कमलेश देवांगन के हवाले से बताया कि मिशा ने अपने दमदार प्रदर्शन से कई राज्यों के खिलाड़ियों को मात दी। उन्होंने— प्री-क्वार्टर फाइनल में जम्मू-कश्मीर, क्वार्टर फाइनल में राजस्थान, सेमीफाइनल में उत्तर प्रदेश, फाइनल में हरियाणा
के खिलाड़ियों को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
राष्ट्रीय खेलों में भी कर चुकी हैं कमाल
यह पहला मौका नहीं है जब मिशा ने स्वर्ण पदक जीता है। इससे पहले, गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेलों में भी उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
छत्तीसगढ़ के लिए और पदकों की उम्मीद
प्रतियोगिता अभी जारी है और आने वाले दिनों में पदकों की संख्या में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। मिशा की इस उपलब्धि ने छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को प्रेरित किया है और राज्य में कलारीपयट्टू खेल के विकास को नया प्रोत्साहन मिला है।