कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद लोगों में डर को कम करने की कोशिश करते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने बुधवार को लोगों से सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की। ट्विटर पर श्रीरामुलु ने लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं कि बीमारी और न फैले। उन्होंने ट्वीट किया, “ कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। सिर्फ विश्वसनीय सूचनाओं पर भरोसा करें।” बेंगलुरु में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद मंत्री का यह ट्वीट आया है।
एक इंजीनियर को हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह दुबई गया था और वहां हांगकांग के लोगों से बातचीत की थी। शहर में दहशत फैलने के बीच, श्रीरामुलु ने कहा कि जिस फ्लैट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रह रहा था, उसकी साफ-सफाई कर दी गई है। इसके अलावा, उसके 25 सहकर्मियों की पहचान की गई है। उनमें से एक को एहतियाती उपाय के तहत अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसके खून के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। श्रीरामुलु ने ट्वीट किया, “ अब तक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 40,207 लोगों की जांच की गई है। रक्त के 251 नमूनों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से 238 निगेटिव पाए गए हैं, जबकि अन्य की अभी रिपोर्ट नहीं आई हैं।”
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि तीन लोगों को राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ चेस्ट डीज़ीज़ (आरजीआईसीडी) में पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया है। कोरोना वायरस से संक्रमित सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ रहने वाले शख्स के माता-पिता ने लोगों से अपील की है कि वह इस बात से नहीं डरें कि उनके अपार्टमेंट में कोरोना वारयस है। उन्होंने एक संदेश में कहा, “ मेरे बेटा उसी अपार्टमेंट में था। वहां कुछ भी गलत नहीं है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर ज्यादा दहशत है और उसने यह गढ़ा है।” उन्होंने कहा कि तेलंगाना में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया व्यक्ति 21 फरवरी को इस इमारत में रहा था। उन्होंने कहा, “ उनके रूममेट (साथ रहने वाले) को अस्पताल ले जाया गया था और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।”