बुलंदशहर हिंसा मामले में आरोपी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को शनिवार देर रात सेना ने मेरठ में यूपी एसटीएफ को सौंप दिया। गिरफ्तार आरोपी जीतू फौजी से बुलंदशहर के स्याना थाने में एसटीएफ ने पूछताछ की। जीतू को आज ही बुलंदशहर की अदालत में पेश किया जाएगा।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि आरोपी जीतू ने कबूल कर लिया है कि जब भीड़ इकट्ठा हुई तो उस वक्त वो वहां मौजूद था, हालांकि अभी ये साफ नहीं हुआ कि इंस्पेक्टर सुबोध को उसने ही गोली जीतू ने मारी थी या नहीं। जीतू ने अपने बयान में कहा है कि वो गांववालों के साथ वहां गया था, लेकिन पुलिस पर पत्थरबाजी नहीं की थी और न ही गोली चलाई थी।
3 दिसंबर को बुलंदशहर में गोकशी विवाद से भड़की हिंसा में भीड़ ने यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस हिंसक भीड़ में जम्मू-कश्मीर के सोपोर में तैनात 22 राजपूत राइफल्स का जवान जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी भी शामिल था। पुलिस ने जीतू के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी।
हिंसा के बाद गिरफ्तार लोगों से पूछताछ और हिंसा के वीडियो सामने आने के बाद पुलिस को शक हुआ कि गोली शायद जीतू फौजी ने ही चलाई थी, जिसके बाद पुलिस ने जीतू फौजी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी करवाया और यूपी एसटीएफ की दो टीम 6 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर पहुंची।
बुलंदशहर में मौजूद यूपी एसटीएफ के अधिकारियों ने आर्मी के अधिकारियों से संपर्क साधा और बुलंदशहर की घटना में जितेंद्र फौजी के शामिल होने के बारे में बताया और जीतू को पुलिस को सौंपने को कहा।
यूपी एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि आर्मी के सीनियर अफसर से जब संपर्क किया तो उसी वक्त आर्मी के बैरक में जीतू फौजी को हिरासत में रखा गया था लेकिन आर्मी के अफसरों ने जम्मू-कश्मीर में जीतू फौजी को यूपी पुलिस को नहीं सौंपा। दरअसल, घाटी में जवानों की हत्या के बाद से सेना काफी अलर्ट है, इसलिए आर्मी के अधिकारियों ने तय किया कि अधिकारी जीतू फौजी को लेकर यूपी जाएंगे और वहीं एसटीएफ को सौंपेंगे।
8 दिसंबर की सुबह आर्मी की टीम यूपी एसटीएफ की टीम के साथ यूपी के लिए रवाना हुई और शनिवार देर रात यूपी पुलिस को हैंडओवर कर दिया। जिसके बाद यूपी पुलिस ने जीतू फौजी को गिरफ्तार कर लिया है और अब पुलिस पूछताछ करेगी कि क्या वाकई इंस्पेक्टर सुबोध को जीतू ने गोली मारी थी।
बता दें कि आरोपी जितेंद्र मलिक बुलंदशहर के महाव गांव का ही रहने वाला है, और वो छुट्टी में गांव आया था। महाव गांव में ही गोवंश के अवशेष मिलने के बाद हंगामा शुरू हुआ था। हिंसा के दौरान वीडियो में जीतू भीड़ के साथ दिखाई भी दिया।