जापान के ओसाका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 समिट के कार्यक्रम में हिस्सा लिया है इस दौरान प्रधानमंत्री ने कोवे के गेस्ट हाउस में भारतीय समुदाय को संबोधित किया और साथ ही बापू महात्मा गांधी के तीन बंदरों का जिक्र करते हुए कहा है कि “बापू ने जिन 3 बंदरों के माध्यम से ‘बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत बोलो’ का संदेश दिया उनका संबंध जापान से है।
पीएम शिंजो एबी को दिया धन्यवाद
पीएम मोदी ने जापान के पीएम शिंजो एबी को बधाई देने के लिए धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आप भारत के पहले मित्र थे जिन्होंने मुझे फोन पर बधाई दी। मैं इतनी गर्मजोशी से स्वागत के लिए आपका और जापान सरकार का आभार व्यक्त करता हूं।
जापान का भारत के प्रति दिखा प्यार
पीएम ने संबोधित करते हुए कहा “जापान की मेरी यात्राओं में मैंने यहां भारत के प्रति प्यार अनुभव किया है। यहां अपनी संस्कृति और इतिहास के प्रति गौरव देखने को मिला है। 7 महीने बाद एक बार फिर मुझे जापान की धरती में आने का मौका मिला है। पिछली बार जब मैं आया था तब मेरे मित्र शिंजो आबे पर भरोसा कर आपने उन्हें जिताया था। इस बार जब मैं आया हूं तब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र ने इस प्रधान सेवक पर पहले से ज्यादा विश्वास जताया है।
तीन दशक बाद पूर्ण बहुमत बनी सरकार
जापान में प्रधानमंत्री ने कहा “1971 के बाद देश ने पहली बार एक सरकार को प्रो-इन्कम्बेंसी जनादेश दिया है। यह जीत सच्चाई की जीत है, भारत के लोकतंत्र की जीत है। 130 करोड़ भारतीयों ने पहले से भी मजबूत सरकार बनाई है। यह बहुत बड़ी घटना है। 3 दशक बाद पहली बार लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है।’
बापू के बंदरों का किया जिक्र
पीएम ने बापू महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा “बापू ने जिन 3 बंदरों के माध्यम से ‘बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत बोलो’ का संदेश दिया उनका संबंध जापान से है। जब दुनिया के साथ भारत के रिश्तों की बात आती है तो जापान का उसमें एक अहम स्थान है। ये रिश्ते आज के नहीं हैं, बल्कि सदियों के हैं। इनके मूल में आत्मीयता है, सद्भावना है, एक दूसरे की संस्कृति और सभ्यता के लिए सम्मान है। जापान के पीएम आबे के साथ मैं यहां के कई शहरों की यात्रा कर चुका हूं। पिछले साल उन्होंने यामानाशी में स्थित अपने घर में मुझे आमंत्रित किया था। पीएम आबे भी मेरे संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ चुके हैं। उन्होंने मेरे संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और वहां गंगा आरती में भाग लिया। जब भी उन्हें अवसर मिला, उन्होंने इस दिव्य अनुभव की बात की।
भारत- जापान की दोस्ती करनी है मजबूत
पीएम मोदी ने भारत-जापान के रिश्तों की बात करते हुए कहा “2014 में पीएम बनने के बाद मुझे अपने दोस्त पीएम शिंजो आबे के साथ मिलकर भारत-जापान की दोस्ती को मजबूत करने का मौका मिला। हमने अपने राजनयिक संबंधों को राजधानियों और राजदूतों के दायरे से परे सीधे जनता के बीच ले गए। स्वामी विवेकानंद, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, महात्मा गांधी, नेता जी सुभाष चंद्र बोस, जस्टिस राधाबिनोद पाल, कई भारतीयों ने जापान के साथ भारत के रिश्ते को मजबूत किया। इसीलिए विश्व युद्ध -2 के बाद, भारत और जापान के संबंध और अधिक मजबूत हुए।
written by Rishabh Bajpai