
क्या आपने कभी सोचा है कि इस संसार के पालनहार भगवान भी बीमार हो सकते हैं? सुनने में यह बात भले ही अजीब लगे, लेकिन पन्ना (मध्यप्रदेश) के प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ स्वामी जी इन दिनों ‘लू’ लगने के कारण बीमार हो गए हैं। परंपराओं और आस्था से जुड़ी इस अनोखी धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान अब 15 दिनों के लिए विश्राम करेंगे।
मंदिर के पट बंद
भगवान की सेवा में अब विशेष उपचार किया जाएगा और इसी कारण मंदिर के पट 15 दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान ना तो दर्शन होंगे, और ना ही नियमित पूजा-अर्चना। मंदिर परिसर में विशेष साफ-सफाई और भोग की व्यवस्थाएं भगवान की ‘सेवा’ के तौर पर की जाएंगी।
धार्मिक मान्यता क्या कहती है?
यह परंपरा पूरी तरह से पुरी के श्रीजगन्नाथ मंदिर से जुड़ी हुई है, जहाँ हर साल ‘स्नान पूर्णिमा’ के बाद भगवान स्नान करने के बाद ‘बीमार’ हो जाते हैं। इसे ‘अनवसरा काल’ (Anasara period) कहा जाता है। इसी मान्यता के आधार पर पन्ना के मंदिर में भी यह परंपरा निभाई जाती है।
आस्था और श्रद्धा का प्रतीक
यह परंपरा केवल एक धार्मिक नियम नहीं, बल्कि भगवान को अपने परिवार के सदस्य की तरह मानने वाली भारतीय संस्कृति की अनूठी भावना को दर्शाती है – जहाँ भगवान भी मनुष्य की तरह सुख-दुख और स्वास्थ्य से जुड़े अनुभवों का हिस्सा होते हैं।