भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक सोमवार (3 अप्रैल) से भारत के आधाकारिक दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के साथ आर्थिक सहयोग सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.
इस मुलाकात को लेकर पीएम ने ट्वीट किया,” महामहिम भूटान नरेश, जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक का स्वागत करते हुए खुशी हुई. हमारी गर्मजोशीपूर्ण और कामयाब बैठक हुई. भारत-भूटान रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमारी गहरी दोस्ती और लगातार ड्रक ग्यालपोस (Druk Gyalpos) के नजरिए को बेहद अहमियत देते हैं.
Pleased to receive His Majesty the King of Bhutan, Jigme Khesar Namgyel Wangchuck. We had a warm and productive meeting. Deeply value our close friendship and the vision of successive Druk Gyalpos in guiding India-Bhutan relations to new heights. pic.twitter.com/DD33W2LvjO
— Narendra Modi (@narendramodi) April 4, 2023
भूटान नरेश ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से की मुलाकात
भारत में महामहिम का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत और भूटान के बीच सभी स्तरों पर पारस्परिक विश्वास, सद्भावना और समझदारी पर आधारित घनिष्ठ साझेदारी है। उन्होंने कहा कि भारत भूटान के साथ बहुआयामी और विशिष्ट साझेदारी को बहुत महत्व देता है। उन्होंने कहा कि भूटान के विकास की प्रक्रिया में सबसे बड़े भागीदार के रूप में, भारत को भूटान में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, अवसंरचना, डिजिटलीकरण और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में विभिन्न परियोजनाओं का समर्थन करने पर गर्व है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि भूटान की प्राथमिकताओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए विकास की प्रक्रिया में भारत की साझेदारी जारी रहेगी।
President Droupadi Murmu welcomed His Majesty the King of Bhutan, Jigme Khesar Namgyel Wangchuck at Rashtrapati Bhavan today. 🇮🇳🇧🇹 pic.twitter.com/DE1YbY5ixT
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 4, 2023
राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल भूटान सबसे कम विकसित देश (एलडीसी) की श्रेणी से आगे बढ़ने के लिए तैयार है और एक उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत इस यात्रा में भूटान का विश्वसनीय भागीदारी बना रहेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और भूटान फिनटेक, स्टार्टअप और उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में परस्पर सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को हमारे युवाओं की ऊर्जा और क्षमता का उचित उपयोग करने के लिए परस्पर सहयोग के इस दायरे का विस्तार करना चाहिए।