गुरुग्राम पुलिस ने एक ओर हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा लिया है। मामला 5 दिसंबर का हैं जब सुमेर यादव को बाइक सवार बदमाशों ने सरेआम 12 गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक सुमेर यादव की हत्या कुख्यात गैंगस्टर कौशल के शार्प शूटरों ने की थी। पुलिस ने बताया है कि इस सनसनीखेज हत्या की वजह मानेसर इलाके का एक प्लाट हैं, जिसकी कीमत करोड़ों में है।
पिछले साल 5 दिसंबर की रात गुरुग्राम के मानेसर इलाके में नम्बरदार सुमेर यादव स्कूटी से अपने घर की तरफ जा रहे थे, जैसे ही सुमेर यादव आईएमटी चौराहे पर पहुंचे तो दो बाइक पर आए करीब चार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और ताबड़तोड़ गोली चलानी शुरु कर दी। जिस वक्त यह हमला किया गया उस वक्त चौराहे पर काफी भीड़ थी लेकिन इसके पहले की कोई कुछ समझ पाता तो चारों बदमाश सुमेर यादव की हत्या कर मौके से फरार हो गए थे।
सुमेर हत्याकांड की जांच जब पुलिस ने शुरु की तो उन्हें पता लगा कि सुमेर यादव की कुछ लोगों के साथ मानेसर के ही एक करोड़ों के प्लॉट को लेकर झगड़ा चल रहा था। पुलिस ने जांच जब आगे बढ़ाई तो पता लगा कि इस कत्ल के पीछे कुख्यात गैंग्सटर कौशल का हाथ है, इस बीच पुलिस के हत्थे कौशल गैंग के दो शार्प शूटर विकास और चांद लग गए। पुलिस को पता लगा कि सुमेर यादव की हत्या में ये दोनों भी शामिल थे।
गुरुग्राम के एसीपी शमशेर सिंह ने बताया कि पकड़ में आया चांद एक बेहद खतरनाक शार्प शूटर है। चांद पर हत्या के आठ मामले दर्ज हैं। पुलिस फिलहाल सुमेर यादव की हत्या की सारी कड़ियों को जोड़ने के लिए कौशल की तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि गैंग्सटर कौशल के पकड़े जाने के बाद ही पूरी तरह से साफ होगा कि सुमेर यादव की हत्या के पीछे सिर्फ प्लॉट की एक वजह है या फिर कोई और भी वजह हैं।