कोरोनाकाल में मुफ्त राशन के जरिए लाखों परिवारों को सहारा देने वाली गरीब कल्याण अन्न योजना का अब उत्तराखंड में क्या होगा ? यह योजना इस महीने बंद होने जाने जा रही है। एक अप्रैल से लोगों सरकारी राशन की दुकान से केवल राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) से तय प्रति यूनिट पांच किलो रियायती मूल्य का गेहूं चावल ही मिलेगा। विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत में इस योजना को भी अहम कारक माना गया है। संयोग से चुनाव समाप्त होने साथ ही इस योजना की अवधि भी समाप्त हो रही है। खाद्य विभाग ने योजना के आगे न चलने के संकेत दिए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार केंद्र सरकार से अब तक अन्न योजना के लिए कोई नया अपडेट नहीं आया है।
केंद्र से भी योजना को 31 मार्च के बाद स्थगित रखने के संकेत ही मिल रहे हैं। कोरोना की वजह लॉकडाउन लगने पर वर्ष 2020 में अप्रैल से नवंबर तक इस योजना के तहत लोगों को पांच किलो अनाज मुफ्त दिया गया था। दूसरी लहर में वर्ष 2021 में मई से फिर यह योजना शुरू कर दी गई।
यूपी के 15 करोड़ लोगों को लग सकता है झटका
फ्री राशन योजना को लेकर यूपी के 15 करोड़ लोगों को बड़ा झटका लग सकता है। कोरोना काल में शुरू की गई फ्री राशन योजना अब बंद हो सकती है। मार्च तक चलने वाली इस योजना को आगे बढ़ाने के अभी कोई आधिकारिक आदेश नहीं आए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि योजना को आगे बढ़ाने के लिए अगर कोई आदेश नहीं आते हैं तो इस योजना को बंद कर दिया है। बता दें कि योगी सरकार ने मार्च तक फ्री राशन योजना को बढ़ाया था। इसके बाद यह योजना आगे बढ़ेगी या नहीं यह तो नई सरकार के गठन के बाद ही पता चलेगा।