
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट JN.1 का पहला मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। आशियाना क्षेत्र के एक 60 वर्षीय बुजुर्ग में इस नए सब-वैरिएंट की पुष्टि हुई है। बुजुर्ग हाल ही में उत्तराखंड से धार्मिक यात्रा करके लौटे थे और उन्हें सांस लेने में परेशानी के बाद 14 मई को पीजीआई में भर्ती कराया गया था।
इलाज के बाद जब उनकी हालत सामान्य हुई, तब उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन छुट्टी से पहले लिया गया सैंपल पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद उनके क्लोज कांटैक्ट्स के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। साथ ही परिवारीजनों को सतर्क रहने और निर्धारित दवाएं लेने की सलाह दी गई है।
पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी
स्वास्थ्य विभाग ने लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में अलर्ट जारी किया है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराना जरूरी है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के 30 सक्रिय मामले हैं और सभी मरीजों का इलाज घर पर ही किया जा रहा है। किसी भी मरीज की स्थिति गंभीर नहीं है।
क्या है JN.1 वैरिएंट?
JN.1 कोरोना वायरस का एक नया सब-वैरिएंट है, जो ओमिक्रॉन की उप-प्रजाति है। यह दुनियाभर में कई देशों में फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस पर नजर रखने की बात कही है। हालांकि यह वैरिएंट पहले के मुकाबले अधिक घातक नहीं है, लेकिन इसके लक्षण अन्य वैरिएंट्स जैसे ही हैं।
कोरोना के सामान्य लक्षण
- बुखार या हल्का बुखार
- सिर दर्द, बदन दर्द
- गले में खराश या सूजन
- सूखी खांसी, नाक बहना या बंद होना
- थकावट, स्वाद और गंध में कमी
- सांस लेने में परेशानी
- भूख कम लगना
हल्के लक्षणों के लिए ये करें:
- बुखार के लिए पैरासिटामोल
- खांसी के लिए कफ सिरप या भाप
- अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लें
- भरपूर आराम करें
- डॉक्टर की सलाह पर विटामिन C और जिंक सप्लीमेंट
सावधानी ही सुरक्षा
- भीड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें
- हल्का गुनगुना पानी पीएं
- प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करें
- विटामिन C युक्त आहार और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले पदार्थों का सेवन करें
स्वास्थ्य महानिदेशक का बयान
डॉ. आरपीएस सुमन, स्वास्थ्य महानिदेशक ने कहा कि “प्रदेश में कोरोना की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। JN.1 को लेकर पैनिक की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी आवश्यक है। सभी जिलों में जांच सुविधा उपलब्ध है और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।”