चारधाम यात्रा मार्ग में होगी इलेक्ट्रॉनिक निगरानी,1,400 सीसीटीवी कैमरों के जरिये ट्रैफिक और तमाम तरह की घटनाओं की होगी देख-रेख

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भारत में श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए केंद्र सरकार पूरे मार्ग की इलेक्ट्रानिक निगरानी सुनिश्चित करने जा रही है। इसके तहत यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक इंसिडेंट मैनेजमेंट सिस्टम (टीआइएमएस) की स्थापना की जाएगी ताकि लोगों को ट्रैफिक से लेकर मौसम तक के अपडेट समय पर मिलें और वे किसी अमंगल का शिकार न होने पाएं। लगभग 850 किलोमीटर के यात्रा मार्ग पर टीआइएमएस की स्थापना का काम तीन चरणों में किया जाएगा।

अधिकारियों के मुताबिक, इस योजना पर कुल 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले चरण में 120 किलोमीटर मार्ग पर यह सिस्टम लगाया जाएगा और फिर दूसरे चरण में 280 किलोमीटर और बाकी यात्रा मार्ग (450 किमी) पर तीसरे चरण में। पूरा काम लगभग तीन वर्ष में होगा। इस परियोजना के लिए जो आरएफपी (रिक्वेस्ट फार प्रपोजल) जारी किया गया है, उसमें इस सिस्टम का डिजायन, स्थापना, परीक्षण, संचालन, रखरखाव और सिस्टम इंटीग्रेशन शामिल है।

इस परियोजना पर इसी वर्ष से कार्य शुरू हो जाएगा। इस सिस्टम के लग जाने से श्रद्धालुओं को आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सकेगी। उन्हें न केवल पूरे यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक व मौसम के अपडेट मिलेंगे, बल्कि भूस्खलन को लेकर अलर्ट भी प्राप्त होंगे। चारधाम यात्रा मार्ग पर टीआइएमएस की स्थापना में करीब 1,400 सीसीटीवी कैमरों के जरिये ट्रैफिक और तमाम तरह की घटनाओं की निगरानी की जाएगी।

इसे टीआइएमएस के सेंट्रल हब से जोड़ा जाएगा और इस डाटा को उत्तराखंड के मौसम विभाग, भूकंप और भूस्खलन निगरानी केंद्रों तथा केंद्रीय बाढ़ निगरानी केंद्र जैसी कई अन्य एजेंसियों के साथ जोड़ा जाएगा।
यात्रा मार्ग पर वाहनों की रफ्तार की जानकारी देने वाले 60 उपकरण लगाए जाएंगे ताकि सीमा से अधिक रफ्तार पर निगाह रखी जा सके।