इलाहाबाद का नाम बदलने पर कांग्रेस को एतराज

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उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद का नाम बदले को लेकर कांग्रेस ने एतराज जताया है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी सरकार काम कोई करती नहीं बस नाम बदलने में भरोसा रखती है। इलाहाबाद का एक इतिहास, सभ्यता और प्रशासनिक वजूद रहा है, उसको खत्म किया जा रहा है। हम लोगों को उसकी गरिमा को कम होने से रोकना चाहिए।

प्रमोद तिवारी ने आगे कहा कि इलाहाबाद का नाम बदलकर योगी सरकार क्या करना चाहती है ये तो वो ही जानें। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि वो नाम बदलने से पहले इलाहाबाद की खोई हुई राजनीतिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक गरिमा है उसे वापस कर दें।

योगी का ऐलान, जल्द बदलेगा इलाहाबाद का नाम

बता दें कि गंगा-यमुना की संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदले जाने की चर्चा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि जल्द ही इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने का प्रयास चल रहा है। यहां र्सिकट हाउस में मार्गदर्शक मंडल की पहली बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा, मार्गदर्शक मंडल की बैठक में हर तबके खासकर अखाड़ा परिषद, प्रबुद्ध वर्ग से एक प्रस्ताव आया है कि इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जाए।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राज्यपाल महोदय ने भी इस पर अपनी सहमति दी है। जब हम प्रयाग की बात करते हैं तो जहां दो नदियों का संगम होता है, वह अपने आप में एक प्रयाग हो जाता है। आपको उत्तराखंड में विष्णु प्रयाग, देव प्रयाग, रुद्र प्रयाग, देव प्रयाग, कर्ण प्रयाग देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय से निकलने वाली दो देव तुल्य पवित्र नदियां- गंगा और यमुना का संगम इस पावन धरती पर होता है तो स्वभाविक तौर पर यह सभी प्रयागों का राजा है, इसलिए यह प्रयागराज कहलाता है। हमने उनकी इस बात का समर्थन किया है और हमारा प्रयास होगा कि बहुत जल्द हम इस नगर का नाम प्रयागराज करें।