CM योगी आदित्यनाथ करेंगे, नाथ पंथ पर सबसे बड़े सेमिनार का उद्घाटन

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गोरखपुर में 20 मार्च से नाथ पंथ पर तीन दिन तक चलने वाली संगोष्ठी की पूरी अवधारणा को छह खंडों में बांटा गया है. इसमें देश-विदेश के 200 से ज्यादा विद्वान लेखक और विषय विशेषज्ञ भाग ले रहे है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय की ओर से पहली बार ‘नाथ पंथ के वैश्विक प्रदेय’ विषय पर आयोजित होने वाली वृहद तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन 20 मार्च यानि शनिवार को सीएम योगी करेंगे. इस कार्यक्रम में यूजीसी चेयरमैन डीपी सिंह भी मौजूद रहेंगे.

तीन दिनों तक चलने वाली संगोष्ठी की पूरी अवधारणा को छह खंडों में बांटा गया है. जिसके अंतर्गत 35 तकनीकी सत्र आयोजित होंगे. संगोष्ठी को यादगार बनाने के लिए नाथ पंथ पर दुनियाभर में काम करने वाले विद्वानों से संपर्क साध कर उन्हें संगोष्ठी में ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में आमंत्रित किया गया है.जिसके साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से तैयार किये गए ‘नाथ पंथ के शब्दकोश’ के पहले भाग और ‘नाथ संप्रदाय के तीर्थ स्थलों के भौगोलिक चित्रण’  दोनों किताबों को सात भाषाओं में आगे प्रकाशन किया जाएगा. और इसका विमोचन 20 मार्च को सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे.

इसके साथ ही नाथ संप्रदाय के शब्दकोश पर छह और भाग प्रकाशित किए जाएंगे. इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.  संगोष्ठी के लिए 500 पेपर विवि को मिले हैं. देश विदेश से 250 लोग शामिल होने आ रहे हैं. 20 मार्च को संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में सोविनियर शॉप और बिजनेस इंक्युबेटर सेल का भी लोकार्पण सीएम करेंगे. पहले चरण में अर्न बाय लर्न योजना के तहत विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से 100 विद्यार्थियों को उनकी क्षमता के मुताबिक रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.

सोविनियर शॉप और बिजनेस इंक्युबेटर सेल के तहत पढ़ाई के दौरान 500 विद्यार्थियों को रोजगार देने की तैयारी विश्वविद्यालय ने की है. चयनित विद्यार्थियों को 100 रुपये प्रतिघंटे के हिसाब से विश्वविद्यालय में ही काम करने पर भुगतान किया जाएगा. इस योजना में शामिल 500 विद्यार्थियों में 50 फीसदी छात्राएं होंगी. गोरखपुर विवि के कुलपति ने बताया कि महायोगी गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ की ओर से छह फेलोशिप प्रदान की जाएगी. इसमें तीन पीएचडी स्कालर्स और तीन पीडीएफ प्रदान की जाएगी. छह फ़ेलोशिप में से तीन अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्यार्थियों के लिए होगी.

जर्मनी, यूएसए, स्पेन और माॅस्को से शामिल होंगे विद्वान संगोष्ठी में स्पेन से योगी भगवान नाथ, माॅस्को से मत्स्येंद्रनाथ, चेक रिपब्लिक से योगी सतनाथ, ऑस्ट्रिया से योगी हालमन नाथ, यूएसए से कपिलनाथ , पाकिस्तान से महंत शंकरनाथ , बांग्लादेश से डाॅ कुशल बी चक्रवर्ती, यूनिवर्सिटी ऑफ कंबोडिया हीक चियन गिखी, इजरायल से महंत योगी कृपा नाथ, जर्मनी के केआईटी से डाॅ. वैदूर्य प्रताप शाही, उड़ीसा के केयर बनिक मठ से महंत शिवनाथ जी महाराज, बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक के कुलाधिपति महंत बालक नाथ, श्रीआदि चुनचुनगिरी मठ कर्नाटक से जगदगुरू डाॅ निर्मलानंद जी महाराज, मंगलौर से श्रीश्री 1008 राज योगी राजा निर्मलनाथ जी महाराज के साथ साथ 15 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलाधिपति शामिल होंगे.