चमोली में हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का मुख्यमंत्री धामी ने किया हवाई सर्वेक्षण

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राज्य के चमोली जिले के माणा गांव के पास हिमस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. वह जोशीमठ भी पहुंचे और घायल सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के श्रमिकों से मिले, जिन्हें घटनास्थल से बचा लिया गया और इलाज के लिए जोशीमठ सैन्य अस्पताल ले जाया गया.
शनिवार सुबह तक, बर्फ में फंसे कुल 55 लोगों में से 47 बीआरओ श्रमिकों को बचा लिया गया है और आठ अन्य को बचाने के लिए बचाव और राहत अभियान अभी भी जारी है. जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने आज कहा कि कल माणा गांव के पास हुए हिमस्खलन में बर्फ में फंसे आठ लोगों को बचाने के लिए सेना के चार हेलिकॉप्टरों को बचाव अभियान में लगाया गया है.

चमोली के जिला मजिस्ट्रेट ने आगे कहा कि केंद्र की मदद से चार हेलीकॉप्टर आ चुके हैं और राज्य सरकारें बचाव अभियान में शामिल हो गई हैं. चमोली के डीएम ने कहा, “कुल 55 लोगों में से 47 को माना से बचा लिया गया है. हम सात लोगों को जोशीमठ अस्पताल ले आए हैं, और उनका इलाज चल रहा है. वे डॉक्टरों की निगरानी में हैं. उनमें से तीन की हालत स्थिर है…मुझे उम्मीद है कि बाकी लोगों को भी जल्द ही बचा लिया जाएगा.”

इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की और बचाव अभियान की समीक्षा की. सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट किया, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने फोन पर बात की और चमोली जिले के माना में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान की जानकारी ली.”

शुक्रवार को हिमस्खलन की चपेट में आने से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के श्रमिक बर्फ में फंस गए थे और एनडीआरएफ, भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीमों ने एक संयुक्त अभियान में युद्ध स्तर पर काम करते हुए अब तक फंसे 55 लोगों में से 47 श्रमिकों को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की है और आठ शेष लोगों की तलाश तेज कर दी गई है.