भारत के आशू, आदित्य कुंडु और हरदीप ने बुधवार को यहां एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप मे दूसरे दिन ग्रीको-रोमन स्पर्धा में अपने वजन वर्गों में कांस्य पदक हासिल किये। आशू ने इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम के केडी जाधव हॉल में 67 किग्रा में सीरिया के अब्दुलकरीम मोहम्मद अल-हसन को 8-1 से हराया जबकि कुंडु ने जापान के नाओ कुसाका को 72 किग्रा के एकतरफा मुकाबले में डेढ़ मिनट में 8-0 से पस्त कर दिया। वहीं हरदीप ने 97 किग्रा में किर्गिस्तान के बेकसुल्तान मखमादजानोविच माखमुदोव को 3-1 से हराकर भारत के लिये तीसरा कांस्य पदक सुनिश्चित किया।
भारत ने चैम्पियनशिप में इस तरह पांच पदक जीत लिये हैं, इससे पहले सुनील कुमार ने 87 किग्रा वर्ग में ऐतिहासिक स्वर्ण और अर्जुन हालाकुरकी ने 55 किग्रा ग्रीको रोमन वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया था। ज्ञानेंद्र हालांकि बुधवार को 60 किग्रा ग्रीको रोमन कांस्य पदक मुकाबले में 0-6 से हार गये। इस वर्ग का स्वर्ण पदक जापान के केनीचिरो फुमिता ने अपने नाम किया जिन्होंने किर्गिस्तान के झोलामन शारशेंकोव को 4-0 से शिकस्त दी।
मेहदी शेफोल्लाह मोहसन नेजाद ने 60 किग्रा में दूसरा कांस्य पदक हासिल किया, उन्होंने कजाखस्तान के एडोस सुल्तानगली को 4-3 से पराजित किया। आशू की मुहम्मद अल हसन पर जीत एक तरह से सेमीफाइनल में मिली हार का बदला था, जिसमें वह उज्बेकिस्तान के मखमूद बाखशिलोएव से हार गये थे। आशू ने जीत के बाद कहा, ‘‘मेरी पहली सीनियर चैम्पियनशिप में ही कांस्य पदक जीतकर शानदार लग रहा है। मैं अपनी सेमीफाइनल बाउट हार गया था
क्योंकि मैंने काफी समय आक्रामकता पर लगाया लेकिन इस मुकाबले में मैंने अपने डिफेंस पर ज्यादा जोर दिया। मैं खुश हूं कि चीजें योजना के अनुसार हुईं। ’ आदित्य की यह पहली एशियाई चैम्पियनशिप और दूसरा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट था। अब आदित्य का ध्यान ओलंपिक क्वालीफिकेशन पर लगा होगा जिसके लिये वह अपने वजन वर्ग को 67 किग्रा तक घटाना चाहेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘कांस्य पदक जीतकर अच्छा महसूस हो रहा है। मैं स्वर्ण पदक का मैच हार गया लेकिन खुश हूं कि मैं इस मुकाबले में अपनी रणनीति के अनुसार खेल सका। ’’