भोपाल के बड़े तालाब में मिली इंसानों का ‘शिकार’ करने वाली अमेरिकी मछली

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भोपाल के बड़ा तालाब में एक विशेष प्रजाति की मछली मिलने से लोग हैरान हैं. उत्तरी अमेरिका की झीलों में पाई जाने वाली यह विशेष प्रजाति की मछली मिलने से लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं. विशेषज्ञों की माने तो इस मछली का नाम एलिगेटर गार है. इसके मुंह के आकार की वजह से इसे क्रोकोडाइल फिश के नाम से भी जाना जाता है. गौरतलब है कि इस मछली को भोपाल के बड़े तालाब में से अनस नाम के एक व्यक्ति ने पकड़ा.

अनस भोपाल के कोहेफिजा क्षेत्र के खानूगांव के रहने वाले हैं. वो जब बड़े तालाब में मछली पकड़ रहे थे. तभी यह मछली उनके हाथ लगी. जब उन्होंने मछली को बाहर निकाला तो पहली नजर में वह मगरमच्छ का बच्चा जैसा लगा. लेकिन ध्यान से देखने पर वह मछली जैसी दिखी. इस शख्स ने जब मछली को बाहर निकाला तो उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई. लोगों ने उसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए.

https://twitter.com/SriChatur007/status/1649030788741222401?s=20

जानकार बताते हैं कि क्रोकोडाइल फिश मूलतः उत्तरी अमेरिका में मीठे पानी वाली झीलों में होती हैं। भारत के केरल राज्य में तो इस मछली का पालन भी किया जाता है। चूंकि यह मछलियां मांसाहारी प्रवृत्ति की होती हैं इसलिए इनके दांत बड़े और नुकीले होते हैं। खास बात यह है कि यह मछली 20 वर्ष तक जीवित रह सकती है और 10 फीट तक लंबी हो सकती है। मगरमच्छ जैसी दिखने वाली इस मछली का नाम एलिगेटर गार है। विज्ञान की भाषा में इसे क्रोकोडाइल फिश भी कहा जाता है।