बालाकोट एयर स्ट्राइक की पहली बरसी पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने श्रीनगर से वायुसेना के उन जांबाजों के साथ पांच विमानों के मिशन पर उड़ान भरी जो पाकिस्तान के भीतर घुसकर एक आतंकी प्रशिक्षण शिविर को नेस्तनाबूद करने के अभियान में शामिल थे। एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने एक मिग-21 टाइप 69 विमान के साथ उड़ान भरी। उनके साथ दो मिराज-2000 और दो सुखोई-30 एमकेआई विमान भी उड़ान भर रहे थे।
एक साल पहले के अभियान को याद करते हुए वायु सेना ने कहा कि वह भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के पवित्र कार्य को निभाते हुए अन्य रक्षा सेवाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। वायु सेना प्रमुख ने बालाकोट अभियान की बरसी पर पांच विमानों के मिशन के लिए उड़ान भरी। पिछले साल 26 फरवरी को उक्त अभियान में भारत के युद्धक विमानों ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के एक शिविर पर निशाना साधा था। पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारत ने यह कार्रवाई की थी।
अगले दिन पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की कोशिश की लेकिन वायु सेना ने उसके विमानों को मार गिराया। इसके बाद दोनों परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों के बीच युद्ध का डर मंडराने लगा। वायु सेना ने कहा कि 26 फरवरी एक ऐतिहासिक दिन है जो वायु सेना के महिला और पुरुष कर्मियों की पेशेवर क्षमताओं तथा अभियानों की तैयारियों का गवाह है। इन लोगों ने एक बहुत जटिल मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और अत्यंत चुनौतीपूर्ण हालात में उद्देश्य की प्राप्ति की।