जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही आगरा की छात्रा मौत से जंग हार गई। गुरुवार की सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में छात्रा संजिल ने दम तोड़ दिया। संजलि के शव का पोस्टमार्टम दिल्ली में ही होगा। परिजन अस्पताल में मौजूद हैं। उधर, छात्रा की मौत की खबर से मलपुरा के गांव लालऊ में मातम पसर गया है। घरों में चूल्हे तक नहीं जले हैं। हर कोई छात्रा को जलाने वाले हमलावरों को कोस रहा है।बता दें कि संजलि कक्षा 10 की छात्रा थी। वो गांव से नौ किमी दूर नौमील गांव स्थित अशरफी देवी छिद्दा सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। मंगलवार दोपहर को छुट्टी के बाद साइकिल से घर लौट रही थी। तभी बाइक सवार दो युवकों ने पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। संजलि को गंभीर अवस्था में आगरा के एसएन मेडिलकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यहां से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां गुरुवार तड़के उसकी मौत हो गई। संजलि की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
संजलि की इलाज के दौरान मौत के बाद दिल्ली में ही पोस्टमार्टम होगा, वहां से शाम को लालउ में संजलि का शव पहुंचेगा। वहीं बिटिया की मौत से गांव लालऊ में लोग इतने दुखी हैं कि घरों में चूल्हे तक नहीं जले।
छात्रा को जिंदा जलाने की कोशिश की गई, वो भी दिनदहाड़े। जिसने भी इस वारदात के बारे में सुना उसका कलेजा कांप गया। मौके पर पहुंचा हर शख्स यह सोचने पर मजबूर था कि कितने क्रूर होंगे, वे युवक जिनके हाथ इस वारदात को करते वक्त रुके नहीं। मलपुरा में हुई वारदात के समय डीजीपी ओपी सिंह ताजमहल के पास फाइव स्टार होटल में आगरा रेंड के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे थे। आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की, लेकिन अब तक हमलावरों का कोई सुराग नहीं लगा है।