चंडीगढ़: केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने हरियाणा के लिए एक बड़ी सौगात देते हुए राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT) का उद्घाटन किया। इस असवर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पंचकूला में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना से ना केवल पंचकूला, बल्कि हरियाणा के इतिहास में एक और नया अध्याय जुड़ गया है। देश का यह 17वां कैम्पस होगा और इसका विकास विश्व स्तर के NIFT कैंपस के रूप में किया जाएगा। इस संस्थान की आधारशिला 29 दिसम्बर, 2016 को तत्कालीन केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा रखी गई थी। इस संस्थान की स्थापना केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय और निफ्ट, दिल्ली के सहयोग से की गई है। 10.45 एकड़ भूमि पर स्थापित यह परियोजना 133.16 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थान में दूसरे चरण में जो भी काम होंगे, उन्हें पूरा किया जाएगा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से भी इसमें सहयोग की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर केंद्रीय मंत्री सहमत हों तो 50:50 रेशो के आधार पर इसे पूरा किया जाएगा। दूसरे चरण में हॉस्टल, थियेटर और ऑडिटेरियम बनाने की योजना है। श्री मनोहर लाल ने कहा कि निफ्ट की नीति के अनुसार, इस संस्थान में 20 प्रतिशत सीटें हरियाणा अधिवासियों के लिए आरक्षित होंगी। इस संस्थान में फैशन डिजाइन/टैक्सटाइल डिजाइन, अपैरल प्रोडक्शन के क्षेत्रों में चार वर्षीय डिग्री कोर्स और फैशन टैक्नॉलोजी, डिजाइन और फैशन मैनेजमेंट में दो वर्षीय मास्टर डिग्री कोर्स होंगे। इसके अलावा, एक साल और छ: महीने की अवधि के सर्टिफिकेट प्रोग्राम भी होंगे।
हालांकि राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, पंचकूला में निफ्ट के अस्थायी परिसर में लघु अवधि के पाठ्यक्रम शैक्षणिक सत्र 2019-20 से शुरू कर दिए गए थे। वर्तमान में कुल 259 छात्रों के साथ तीन यू.जी. और दो पी.जी. पाठ्यक्रम संचालित हैं। इसके अलावा, शैक्षणिक सत्र 2022-23 से एक और यू.जी. कोर्स शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संस्थान की स्थापना होने के बाद फैशन डिजाइन के क्षेत्र में कैरियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। यहां पर प्रतिष्ठित NIFT की स्थापना होने से प्रदेश में टैक्सटाइल, हैंडलूम और कॉटन इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा। NIFT से निकले विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट की कोई समस्या नहीं है। ऐसे प्रोफेशनल्स की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में बड़ी मांग है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ का नारा दिया है। उनका ये विजन को कौशल के जरिए ही साकार हो सकता है। इसलिए हमने स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल के साथ जोड़ा है। स्कूलों में NSQF,कॉलेजों में ‘पहल योजना’, विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर और तकनीकी संस्थानों में उद्योगों की जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण के लिए उद्योगों के साथ एम.ओ.यू. जैसे कारगर कदम उठाये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हमारे युवाओं को ऐसी शिक्षा मिले, जो उन्हें रोजगार सक्षम बनाए, चरित्रवान बनाए और उनमें नैतिक गुणों का समावेश करे।
इस मौके पर पीयूष गोयल ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि NIFT का यह कैंपस लैंडमार्ग कैंपस के रूप में उभरेगा। यहां से निकलने वाले प्रोफेशनल फैशन की दुनिया में अपना उल्लेखनीय योगदान देंगे। केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने जिस प्रकाश से प्रदेश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को प्राथमिकता दी उससे महिलाओं का सशक्तिकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि NIFT के माध्यम से भी बेटियां आगे बढ़ेंगी। उन्होंने भरोसा दिया संस्थान में दूसरे चरण का काम भी जल्द शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, शिक्षा मंत्री कंवर पाल, , सांसद रतन लाल कटारिया, तकनीकी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनन्द मोहन शरण सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।