
40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार की सेनानायक और तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी तृप्ति भट्ट ने बदरीनाथ थाना गोद लेकर एक नई मिसाल कायम की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ‘आदर्श थाना’ अभियान को मूर्त रूप देते हुए उन्होंने बदरीनाथ थाना को विकास के लिए गोद लिया है। सोमवार को बदरीनाथ पहुंचीं सेनानायक भट्ट ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन के बाद थाने का गहन निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की पड़ताल की।
आईपीएस भट्ट ने निरीक्षण के दौरान थाने में उपलब्ध सुविधाओं, कर्मचारियों की कार्य स्थिति, बैरकों, शौचालयों, कार्यालय और भोजनालय आदि का अवलोकन किया। उन्होंने एक चेकलिस्ट तैयार कर व्यवस्थाओं में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही, थाने में मौजूद कमियों, क्षेत्र के अपराध ग्राफ और सुरक्षा प्रबंधन की गहन समीक्षा की।
तृप्ति भट्ट की यह पहल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्ष 2017 से 2019 तक वे चमोली जिले की पुलिस अधीक्षक रही थीं। उस दौरान उन्होंने राज्य का पहला वर्चुअल पुलिस स्टेशन शुरू कर पुलिस व्यवस्था में तकनीकी नवाचार की मिसाल पेश की थी। अब एक बार फिर उन्होंने बदरीनाथ थाना को गोद लेकर पुलिस सुधार और नागरिक सुविधा के क्षेत्र में नवाचार की दिशा में कदम बढ़ाया है।
थाने के निरीक्षण के साथ ही सेनानायक भट्ट ने बदरीनाथ मंदिर सुरक्षा में तैनात एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) के जवानों को ब्रीफ किया। उन्होंने सुरक्षा की समीक्षा करते हुए टास्क मॉनीटरिंग की और निर्देश दिए कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में नियमित चेकिंग, फ्रिस्किंग, अभिसूचना संग्रह और सत्यापन पर विशेष जोर दिया जाए।
महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि दर्शन के दौरान बुजुर्गों, बीमार और दिव्यांग तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा और सहायता प्रदान की जाए।
आईपीएस तृप्ति भट्ट की यह पहल न केवल पुलिसिंग को आधुनिक और संवेदनशील बनाएगी, बल्कि देवभूमि में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को भी एक नई दिशा देगी।