प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को बताया कि उसने आईएनएक्स मीडिया धन शोधन से जुड़े एक मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम की भारत, ब्रिटेन और स्पेन स्थित 54 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कुर्क की है।
केन्द्रीय जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत भारत में तमिलनाडु के कोडैकनाल और ऊटी तथा दिल्ली के जोरबाग स्थित फ्लैट को कुर्क करने के लिए अस्थायी आदेश जारी किया। एजेंसी ने कहा कि उसी आदेश के तहत ब्रिटेन के समरसेट में एक कॉटेज और एक मकान तथा स्पेन के बार्सिलोना में एक टेनिस क्लब को कुर्क किया गया है।
आईएनएक्स मीडिया की मालिक इंद्राणी मुखर्जी ने इस साल 17 फरवरी को इस मामले में इकबालिया बयान दिया। उसी आधार पर कार्ति की गिरफ्तारी हुई थी। बाद में कार्ति चिदंबरम को इस मामले में जमानत मिल गई थी। अब ईडी ने एक बार फिर कार्ति पर अपना शिकंजा कसा है।
कुछ दिनों पहले ही एयरसेल-मैक्सिम केस में पी चिदंबरम और कार्ति को फौरी तौर पर राहत मिली थी, जब उन्हें गिरफ्तारी से दिया गया अंतरिम संरक्षण एक नवंबर तक बढ़ाया गया था। कार्ति ने इस संबंध में ट्वीट कर अपना पक्ष रखा है।
कार्ति ने इसे विचित्र प्रॉविजनल अटैचमेंट ऑर्डर पर बताते हुए कहा है कि यह केवल हेडलाइन बनाने के लिए दिया गया है। कार्ति ने दावा किया है कि कानून के सामने यह आदेश ठहर नहीं सकेगा। उन्होंने इस मामले को उचित लीगल फोरम के आगे उठाने की बात कही है।
ईडी ने जो संपत्ति जब्त की है उसमें आपको बता दें कि ईडी ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के विभिन्न प्रावधानों के तहत कार्ति और अन्य पर पिछले साल मई में केस दर्ज किया था। एफआईआर में कार्ति पर आरोप लगाया गया है कि अपने पिता के केंद्रीय वित्त मंत्री रहते उन्होंने INX मीडिया को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) की मंजूरी दिलाने के बदले में 3.5 करोड़ की रकम ली थी।
पिछले साल 15 मई को दर्ज हुई एक FIR के सिलसिले में कार्ति को एक बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है। कार्ति पर आरोप है कि 2007 में विदेश से 305 करोड़ रुपये पाने के लिए उन्होंने आईएनएक्स मीडिया के मालिकों की मदद की थी। 2007 में कार्ति के पिता पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे।