थाइरॉइड हार्मोन शरीर में सभी प्रक्रियाओं की गति के एक नियंत्रक के रूप में काम करता है। इस गति को चयापचय कहा जाता है। यदि बहुत ज्यादा थाइरॉइड हार्मोन हो, तो शरीर के हर कार्य में तेजी आने लगती है जिसके कुछ लक्षणों में घबराहट, चिड़चिड़ापन, पसीना में वृद्धि, दिल का जोरों से धड़कना,नाजुक बाल, खासकर ऊपरी बाहों और जांघों की मांसपेशियों में कमजोरी आना आदि शामिल हैं।
तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं थाइराइड के कुछ घरेलू उपचार-
1.थाइराइड को स्वस्थ रखने के लिए व्यक्ति को नियमित रूप से हलासन (व्यायाम) करना चाहिए।
2.थाइराइड प्रक्रिया को सामान्य रखने के लिए अपने भोजन में नमक की मात्रा का विशेष ध्यान रखें।
3.केल्प के सप्लीमेंट का प्रयोग करें।
4.थाइराइड प्रक्रिया को मजबूत रखने के लिए अपने दैनिक आहार में हरी मिर्च, पनीर और टमाटर को जरूर शामिल करें।
5.साथ ही हरी सब्जियों और समुद्री मछलियों का सेवन भी करें।
6.नारियल तेल का नियमित तौर पर सेवन करें।
7.नियमित रूप से व्यायाम करें।
8.दूध में अलसी का पाउछर मिलाकर पिएं।थाइराइड की बीमारी से बचने में अखरोट भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके सेवन से गले में आने वाली सूजन से राहत मिलती है।
9.रोजमेरी तेल को नारियल तेल में मिलाकर रोज़ मालिश करें।
10.गुग्गुल के सप्लीमेंट का सेवन करें।
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