हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने युवाओं से कहा कि आप अपने सरकारी काम-काज के दौरान बिना किसी दबाव में आए, बिना किसी भेदभाव के अपने कर्तव्य का ईमानदारी और निष्ठा से निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री “हाल ही में सरकारी नौकरी के लिए चयनित” युवाओं से ऑनलाइन संवाद कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर भी उपस्थित थे।
उन्होंने प्रदेशवासियों और ख़ासकर चयनित युवाओं को बसंत पंचमी की बधाई देते हुए कहा कि आप उस नई पीढ़ी के प्रतिनिधि हैं, जो सूचना प्रौद्योगिकी को सहज ही अपना लेने वाली पीढ़ी हैं। इसलिए आप हमारी ई-गवर्नेस की प्रक्रिया को भी सरलता से अपना लेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक राज्य का हर युवा हुनरमंद हो और वित्तीय रूप से समृद्ध हो। जब हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे, तब हरियाणा संयुक्त राष्ट्र के वर्ष 2030 तक के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त कर लेगा।
उन्होंने कहा कि जब वर्ष 2014 में प्रदेश की जनता ने मुझे जनसेवा का कार्यभार सौंपा था तो मैंने पहला संकल्प सरकारी नौकरियों की भर्ती में पारदर्शिता लाने का किया था। इसलिए जब बिना खर्ची-पर्ची के भर्ती की लिस्ट निकलती है, तो मुझे बड़ी प्रसन्नता होती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछली सरकारों के दौरान जब सरकारी नौकरियों की लिस्ट जारी होती थी तो अखबारों में खबर छपती थी कि लिस्ट में किस-किस नेता के रिश्तेदार लगे हैं। खबरें आज भी छपती हैं लेकिन उनमें लिखा होता है कि फलां मजदूर की बेटी लगी, फलां किसान का बेटा लगा, रेहड़ी-रिक्शा वालों के बच्चे मीडिया को इंटरव्यू देते हैं कि हम बिना किसी खर्ची-पर्ची के लगे हैं, तो उनके माता-पिता से ज्यादा मुझे खुशी होती है। यही वह संकल्प था जिसको मन में धारण कर हमने जनसेवा का दायित्व संभाला था।
हमने “मिशन मैरिट” शुरू करके नौकरियों में पारदर्शिता का उदाहरण पेश किया जो कि अन्य राज्यों में भी चर्चा का केंद्र बना है। उन्होंने ईमानदारी से भर्ती की मिसाल देते हुए बताया कि सिरसा जिला के एक गांव रिसालिया खेड़ा से 35 युवाओं की नौकरी लगना स्वयं ही सरकार की नियत और नीति को बयां करता है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के 9 साल के कार्यकाल में हमने पूर्ण पारदर्शिता के साथ बिना पर्ची-खर्ची के 1 लाख 20 हजार से अधिक युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं। आज प्रदेश के युवाओं का योग्यता के आधार पर नौकरी पाने का सपना साकार हो रहा है। गरीब का बच्चा भी अब HCS बन रहा है, जिसकी वह पहले कल्पना भी नहीं कर सकता था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हमारा इस वर्ष 60 हजार नौकरियां देने का लक्ष्य है, जिनमें से 10 हजार से अधिक ग्रुप-सी की यह भर्ती है, जिसमें आप सफल हुए हैं। इसके अलावा, पिछले दिनों 1149 युवाओं को पुलिस में नौकरी मिली है, जिन्हें मिलाकर लगभग 12 हजार और युवाओं की विभिन्न पदों पर भर्ती हुई है। 41 हजार से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। यही नहीं, हमने युवाओं को निजी क्षेत्र में भी रोजगार देने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं, जिनकी बदौलत प्रदेश में लगभग 32 लाख लोगों को रोजगार व स्वरोजगार मिला है।
उन्होंने कहा कि हमने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भी लगभग 18 हजार युवाओं को अनुबंध आधार पर नौकरी दी है। इसी निगम के माध्यम से युवाओं को विदेश में रोजगार दिलाने में भी मदद की जा रही है। पिछले दिनों 7 देशों में 13 हजार से अधिक नौकरियों के लिए आवेदन मांगे गये थे। उनकी चयन प्रक्रिया जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय विदेशों में रोजगार तलाश करने वाले युवाओं की संख्या काफी अधिक है। लेकिन ये युवा कई बार विदेश भेजने का झांसा देने वाले जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं। हमने उन्हें विदेशों में शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए ‘विदेश सहयोग विभाग’ बनाया है। विदेश में रोजगार के अवसर तलाशने वाले युवाओं के कॉलेज में ही निःशुल्क पासपोर्ट बनाए जा रहे हैं। अब तक 28 हजार से अधिक युवाओं के पासपोर्ट बनाये जा चुके हैं।
उन्होंने युवाओं को” विकसित भारत, विकसित हरियाणा” का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि अगले 25 वर्षों के अमृत काल में भारत एक विकसित राष्ट्र बने।
मुख्यमंत्री ने अंत में इन नवचयनित युवाओं को पूरी संवेदनशीलता, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से सरकारी काम करने का आह्वान किया है। उन्होंने चयनित हुए कई युवाओं से बात भी की, इन सभी युवाओं ने प्रदेश सरकार की मिशन-मेरिट कार्यशैली की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।