कासरगोड, केरल- केरल राज्य के शहर कासरगोड से करीब सात किमी दूर गणपति बप्पा का एक अद्भुत मधुर महागणपति मंदिर स्थित है। गणपति बप्पा का ये मंदिर बेहद खूबसूरत और अद्वितीय है। माना जाता है कि एक बच्चे ने गणपति बप्पा की तस्वीर मंदिर की एक दीवार पर बना दी, जिसके बाद बप्पा की ये तस्वीर दिनों-दिन बड़ी होती गई। स्थानीय लोगों के अनुसार विध्नहर्ता खुद इस खूबसूरत मंदिर में विराजते हैं।
मंदिर में हर साल मचती है मुदप्पा सेवा पर्व की धूम
बप्पा का ये मंदिर केरल की मधुरवाहिनी नदी के तट पर बना हुआ है। इस मंदिर में मुदप्पा सेवा के नाम से एक त्यौहार हर साल धूम-धाम से मनाया जाता है। इस त्यौहार में गणपति बप्पा की प्रतिमा को मीठे चावल और घी के मिश्रण से ढंक दिया जाता है, इसी को मुदप्पा कहा जाता है। मुदप्पा सेवा पर्व को बप्पा के भक्त दूर-दूर से देखने आते हैं। विध्नहर्ता गणपति बप्पा के इस मंदिर में जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से मत्था टेकता है, विध्नहर्ता उसके सारे विध्न पल भर में दूर कर देते हैं।
पंडित और उसके मासूम बच्चे से जुड़ी है मंदिर की कहानी
लोगों की मानें तो पहले ये भगवान शिव का प्रमुख मंदिर हुआ करता था। इस मंदिर में एक पंडित अपने बच्चे के साथ रहा करता था। एक बार पंडित के मासूम बच्चे ने गणपति बप्पा की तस्वीर मंदिर की दीवार पर बना दी, जिसके बाद गणपति बप्पा खुद इस मंदिर में विराजमान हो गए।
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