शादी के बाद वह ससुराल चंद घंटों के लिए ही गई। विदाई के बाद की रस्में भी पूरी नहीं हो पाई। वह सबसे से मिलजुल भी नहीं पाई थी, लेकिन फर्ज उसे आवाज दे रहा था। वह आसानी से छुट्टी ले सकती थी, लेकिन उसने फर्ज की सुनी और 14 घंटे में ही अस्पताल में मेहंदी लगे हाथों में इंजेक्शन पकड़े हुई थी।
औरों के सामने यह मिशाल पेश की है कमलाराज अस्पताल की नर्स पार्वती ने। पार्वती की रविवार को अक्षय तृतीया पर 8 लोगों की मौजूदगी में दीपक यादव के साथ गायत्री मंदिर में शादी हुई थी। शाम छह बजे वह ससुराल में पहला कदम रखा, लेकिन सेवा का जज्बा ऐसा की पार्वती विवाह के दूसरे दिन सोमवार दोपहर दो बजे रस्मों को अधूरा छोड़ कमलाराजा स्थित एसएनसीयू में ड्यूटी पर पहुंची। ड्यूटी समाप्त होने के बाद जब वह घर पहुंचकर अधूरी रस्मों को पूरा करेगी।
विवाह के लिए साथी नर्स से किया ऑफ एडजस्ट
अक्षय तृतीया रविवार को पार्वती यादव का दीपक यादव के साथ विवाह था। लेकिन विवाह के लिए भी पार्वती ने अवकाश नहीं लिया। इसके लिए उन्होंने अपनी साथी नर्स के साथ ही अवकाश (ऑफ) एडजस्ट किया था।
दुल्हन के रूप में देखकर चौंक गईं साथी नर्स
लॉकडाउन के कारण विवाह में मात्र 8 लोगों को ही जाने की इजाजत थी। इसके चलते पार्वती ने विवाह की सूचना अपनी साथी नसार्े को भी नहीं दी थी। लेकिन रविवार को जब वह मेहंदी लगे हाथों के साथ कमलाराजा हॉस्पिटल पहुंची तो उनकी सभी साथी नर्स और डॉक्टर चौंक गए।