कोरोना वायरस सार्स-कोव-2 या कोविड-19 के सैंपल माइनस 70 डिग्री सेंटीग्रेड पर रखे जा रहे हैं। यह आरएनए वायरस है और अन्य वायरस से बड़ा है, इससे इसकी जांच में भी अधिक समय लग रहा है। जबलपुर में सैंपल की जांच आईसीएमआर के संस्थान एनआईआरटीएच (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च इन ट्राइबल हेल्थ) में की जा रही है। दो चरणों में होती है जांच रिसर्च के लिए एक हिस्सा रखते हैं
सुरक्षित एनआईआरटीएच के वीडीआर लैब में सैंपल पहुंचते ही उसे माइनस 70 डिग्री सेंटीग्रेड पर डीप फ्रीजर में संरक्षित रखते हैं। सैंपल को डीप फ्रीजर में रखने से पहले की प्रक्रिया बहुत पेचीदा होती है, इसमें करीब डेढ से दो घंटा लग जाता है। इसके एक हिस्से को डीप फ्रीजर में ही छोड़ देते हैं एवं दूसरे हिस्से को जांच के लिए इस्तेमाल किया जाता है।