यूरोपीय संघ और तुर्की के बीच वर्ष 2016 में सीमित प्रवास को लेकर हुई शरणार्थी संधि अब ‘खत्म’ हो चुकी है। यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मितसोताकिस ने शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने तुर्की पर सीमा पर हजारों शरणार्थियों की निरंतर वृद्धि में ‘सहायता’ करने का आरोप भी लगाया। किरियाकोस ने समाचार चैनल सीएनएन से शुक्रवार को कहा, “अभी, ईमानदारी से कहें तो संधि समाप्त हो चुकी है।’’ उन्होंने कहा, “ यह समाप्त हो चुका है
क्योंकि सीरिया में जो हुआ उसके कारण तुर्की ने समझौते का पूरी तरह उल्लंघन करने का फैसला किया।’’ पिछले हफ्ते तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा था कि उनका देश किसी को भी प्रस्थान करने से नहीं रोकेगा जिसके बाद हजारों शरणार्थी सीमा पर एकत्र हो गए थे। सीरिया में हवाई हमले में तुर्की की सेना के कई जवानों की मौत के बाद यह घोषणा की गई थी।
यूनान की सेना ने कहा कि घोषणा के बाद से उन्होंने करीब 39,000 लोगों को सीमा पार करने से रोका था। यूनानी प्रधानमंत्री ने कहा कि तुर्की शरण चाहने वालों को रोके रखने के अपने दायित्व के ‘बिल्कुल विपरीत’ पेश आ रहा है। वर्ष 2016 में तुर्की ने यूरोपीय संघ के साथ छह अरब यूरो के बदले शरणार्थियों के पलायन को रोकने के लिए सहमति व्यक्त की थी।