ओडिशा में चक्रवाती तूफान ‘तितली’  से तीन लाख लोग प्रभावित

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गुरुवार सुबह तूफान ओडिशा के तटीय इलाकों से चक्रवाती तूफान ‘तितली’  के टकराने से भारी बारिश हो रही है। चक्रवात ओडिशा के तटीय इलाकों से गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे टकराया। जिसके बाद ओडिशा राज्य सरकार ने पांच तटीय जिलों के निचले क्षेत्रों से तीन लाख से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया दिया है। SRC  ने कहा है कि पेड़ उखड़ने के चलते ओडिशा के गजपति जिले में कई जगह टेलीफोन और बिजली की लाइनों में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि बाधित सड़कों को सही करने की पूरी कोशिश की जा रही है ताकि विद्युत सेवा जल्द से जल्द बहाल हो सके।

जमीन पर दस्तक देने के बाद तूफान के धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व में फिर से वक्र करके ओडिशा को पार करके गंगा से लगे पश्चिम बंगाल के हिस्से की तरफ बढ़ने और फिर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है. अधिकारियों ने कहा कि तूफान से पेड़ और बिजली के खंभों के उखड़ने और कच्चे मकानों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है।


चक्रवात के दस्तक देने के बाद तितली के प्रभावस्वरूप ओडिशा के गंजम, गजपति, पुरी, खुर्दा और जगतसिंहपुर जैसे पांच जिलों में तेज हवा के साथ अच्छी वर्षा हो रही है। भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर बिस्वास  ने कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस), ‘तितली’ की निगरानी विशाखापत्तनम, गोपालपुर और पारादीप स्थित तटीय डॉप्लर मौसम रडार द्वारा की जा रही है।

एसआरसी कार्यालय ने कहा कि ओडिशा में अग्नि सेवा टीमों को अलर्ट में रहने के लिए कहा गया है। जबकि सभी जिला कलेक्टरों को प्रशासनिक मशीनरी को तैयारी में रखने के लिए कहा गया है।  सभी जिलों के जिला आपातकालीन संचालन केंद्र और विभिन्न विभागों के नियंत्रण कक्षों को  दौरान सक्रिय रखा गया है। विशेष राहत आयोग (एसआरसी) के अधिकारी बिष्णुपदा सेठी ने प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि अधिक से अधिक लोगों के लिए 836 संख्या बहुउद्देश्यीय आश्रयों को तैयार रखा जाए. 13 एनडीआरएफ और 9 ओडीआरएएफ टीमों को गंजाम, गजपति, पुरी, केन्द्रपाड़ा, नायागढ़, भद्रक, जगत्सिंहपुर, जजपुर, खोरधा, कटक, बालासोर, मयूरभंज, कालाहांडी, बौध और संबलपुर जिलों में तैनात किया गया है।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने ‘तितली’ तूफान के मद्देनजर कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए है। इसमें बताया गया है कि तूफान के दौरान क्या करें और क्या न करें। ​हवा की तेज गति के कारण कच्चे घरों, पेड़, बिजली के पोलों को काफी नुकसान पहुंचा है। तेज हवा के कारण बिजली के पोल उखड़ गए हैं. वहीं कुछ इलाकों से सड़क मार्ग का संपर्क टूट गया है। दक्षिण पश्चिम रेलवे ने ‘तितली’ तूफान के वजह से कई ट्रेनों को कैंसिल, डायवर्ट या कुछ देरी के लिए टर्मिनेट कर दिया है. आंध्र प्रदेश के तटों पर भी ‘तितली’ का कहर जारी है। यहां के श्रीकाकुलम जिले में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। ओडिशा के तटीय जिलों तेज हवाए चल रही हैं। निचले इलाके में रहने वालों को निकाला जा रहा है। गंजाम, खुर्दा, पुरी, जगतिसिंहपुर और केंद्रपाड़ा में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।