AIMIM प्रमुख हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली के कि जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर कई सवाल किए हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने इस पूरी हिंसा में दिल्ली पुलिस की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जुलूस बिना पुलिस परमिशन के निकला और इसमें पिस्टल लहराते हुए लोग चल रहे थे।
सोमवार को ओवैसी ने कहा, दिल्ली पुलिस कमिश्नर कह रहे हैं कि जहांगीपुरी सी-ब्लॉक में जुलूस बिना इजाजत के निकाली गई। इस यात्रा में पिस्टल, कट्टे और तलवारे लेकर चल रहे थे और पुलिस अंधी-गूंगी बनी बैठी थी। आखिर पुलिस ने क्यों ये होने दिया, जुलूस में उन्मादी नारे लगाए गए, मस्जिदों में घुसकर वहां झंडे लगाए गए और पुलिस ने ये होने दिया। आखिर धार्मिक जुलूस में हथियार लहराने की क्या जरूरत होती है। बता दें कि जहांगीरपुरी में हुई हिंसा में पुलिस की भूमिका को लेकर केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है।