सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर दौरे पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण पर टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक की। प्रदेश में अब स्थिति हर दिन के साथ बेहतर होती जा रही है। इसके बाद भी सीएम योगी आदित्यनाथ रोज बैठक कर नए-नए निर्देश भी जारी कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में प्रदेश सरकार अब कोरोना वायरस संक्रमण के थर्ड स्ट्रेन से निपटने की तैयारी में जुट गई है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश अब सभी तरह की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार है। कोरोना वायरस संक्रमण की पहली लहर के दौर में हमारे पास संसाधनों की घोर अभाव था। पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश पर हमको पर्याप्त संसाधन मिले। हमारे पास अब पहले से काफी बेहतर चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सेकेंड स्ट्रेन के कमजोर पडऩे के कारण हमको अभी भी सुस्त नहीं पडऩा है, हमको अभी भी काफी सजग रहना है। सभी जगह पर अपेक्षित चिकित्सा उपकरण का इंतजाम भी देखना है। थर्ड स्ट्रेन से भी हमें पहले की तरह ही बहादुरी से निपटना है। सभी मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) के कम से कम 50-50 बेड तैयार करें। इतना ही नहीं जिला चिकित्सालयों में भी इससे निपटने की तैयारी करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश मेडिकल ऑक्सीजन जेनेरेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। बुधवार पांच और प्लांट की स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में 441 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित की स्थापना की जा रही है। इनमें से लगातार प्रयासों से अब सौ ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। प्लांट स्थापना से जुड़े कार्यों की सतत समीक्षा की जाए। इस संबंध में भारत सरकार से समन्वय बनाए रखा जाए। अब 50 बेड से अधिक सभी अस्पताल ऑक्सीजन की आवश्यकता के लिहाज से आत्मनिर्भर होंगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण की पहली डोज प्राप्त कर चुके लोगों की संख्या दो करोड़ से अधिक हो चुकी है, जबकि 39 लाख 11 हजार लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है। 18 से 44 आयु वर्ग के 50 लाख 81 हजार युवाओं को वैक्सीन कवर मिल चुका है। 24 घंटों में 03 लाख 64 हजार 723 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त किया। इस तरह अब तक 02 करोड़ 42 लाख 57 हजार से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों के भवन निर्माण की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए। गुणवत्ता और समयबद्धता पर फोकस रहे। नौ मेडिकल कॉलेजों में प्राचार्यों की नियुक्ति हो चुकी है, जबकि शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। इन कार्यों को यथासंभव शीघ्रता से पूरा किया जाए। 14 अन्य प्रस्तावित नए मेडिकल कॉलेजों में अगले सत्र से पठन-पाठन शुरू करने के लक्ष्य को देखते हुए आवश्यक तैयारियां समय से पूरी की जाएं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना प्रबंधन में निगरानी समितियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। गांवों में भ्रमण करते समय निगरानी समितियां यह भी सुनिश्चित करें कि कोई जरूरतममंद राशन से वंचित न रहे। हर गरीब, निराश्रित और अन्य पात्र लोगों को राशन जरूर मिले।