दिल्ली की अंधविश्वास की दिल दहला देने वाली सच्ची कहानियां…

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: 8 फरवरी 2018- दिल्ली के मां-बाप ने किया इंसानियत को तार-तार-अंध विश्वासके चलते अपनी ही बेटी के साथ करा रहे थे बलात्कार।

भारत में जहां बच्चियों को लक्ष्मी मान के पूजा जाता है वहीं एक कलयुगी मां-बाप ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी ही बेटी को शुद्धिकरण के नाम पर एक ढ़ोगीं तांत्रिक के सामने परोस दिया। दिल्ली के कपिल विहार इलाके में रहने वाले देव शर्मा उनकी पत्नी 11 साल पहले कुछ किया जिसे सुनकर कोई भी मुश्किल से ही विश्वास करेगा। 11 साल पहले देव शर्मा यानि पीड़िता के पिता के घर एक तांत्रइक का आना जाना शुरू हुआ। कुछ दिन तांत्रिक द्वारा घर में पूजा पाठ करने के बाद एक दिन पीड़ित लड़की को तांत्रिक के साथ कमरे में बंद कर दिया जहां तांत्रिक ने लड़की के साथ बलात्कार किया। पूछने पर कहा गया कि यह शुद्धि के लिए किया जा रहा है। हैरानी की बात तो ये है कि दिल्ली में महिला सुरक्षा को लेकर बड़े बड़े दावे किए जाते हैं। पर इस पीड़ित लड़की को कही भी इंसाफ नहीं मिला। सवाल ये है कि आखिर कब तक अंधविश्वास की आड़ में बच्चियां हैवानियत की भेंट चढ़ती रहेंगी।

14 दिसम्बर 2017- अंधविश्वास की चरमसीमा- दिल्ली में नाबालिग लड़की की हत्या

राजधानी में एक नाबालिक लड़की की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई, लड़की का शव मकान की छत पर पाया गया। मृतक के परिवार ने इस हत्या के पीछे ”काले जादू” का शक जताया है। पुलिस के अनुसार, ”मृतक काजोल अपने छोटे भाई के साथ गाजीपुर डेयरी फार्म इलाके में किराए के घर के बाहर खेल रही थी , इसी दौरान वह लापता हो गई, यह घटना बुधवार रात करीब 11 बजे हुई , परिवार का संदेह है कि हत्या के पीछे काला जादू भी हो सकता है।

22 जून 2017- अंधविश्वास के चक्कर में बाप ने मासूम के दोनों कान काटे

पूर्वी दिल्ली जीटीबी एंक्लेव इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां घर की शांति के लिए अंधविश्वास के चक्कर में एक बाप ने चाकू से अपनी ही 3 साल की बेटी के दोनों कान काट दिए। इसके बाद वह मासूम का गला रेतने की तैयारी में था, लेकिन इसी दौरान पीड़िता की बड़ी बहन ने शोर मचा दिया , पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी अमरीत बहादुर (36) को चाकू के साथ धक दबोचा।

23 मार्च 2017 -ससुर ने मां-बेटी को 4 साल तक बनाया बंधक

राजधानी के डाबड़ी इलाके में अंधविश्वासी ससुर ने भूत प्रेत के साए और मनहूस होने के शक के चलते अपनी बहू और 22 साल की पोती को बंधक बनाकर रखा,आरोपी ने बस जिंदा रहने भर का खाना मुहैया करवाया, बीमार होने पर उनका इलाद भी नहीं करवाया गया। मां-बेटी बस जिंदा लाश बनकर रह गई।

 

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