एनआईए ने अपने हलफनामे में कही बड़ी बात, कहा- प्रदीप शर्मा अंबानी परिवार के आतंकी साजिश में थे शामिल

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एनआईए ने अपने हलफनामे में ये कहा है कि, ”प्रदीप शर्मा उस गिरोह के सक्रिय सदस्य थे जिसने अंबानी परिवार के समेत लोगों को आतंकी करने की साजिश को रची थी और मनसुख हिरेन की हत्या भी कर दी क्योंकि वह साजिश में बड़े कमजोर कड़ी थे।’

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने बुधवार को ही बॉम्बे हाई कोर्ट में ये दावा किया है कि पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की ‘निर्मम हत्या’ के मामले में मुख्य साजिशकर्ता शामिल हैं। हिरेन को उद्योगपति मुकेश अंबानी के परिवार को ‘आतंकित करने की एक बड़ी साजिश’ में कमजोर कड़ी भी माना गया था। एनआईए ने अदालत में दाखिल एक हलफनामे में ये कहा है कि शर्मा ने मामले में अन्य आरोपियों के साथ में पुलिस आयुक्त के कार्यालय परिसर में अनेक बैठकें कीं जहां पर कथित साजिश भी रची गई।

उन्होंने ये दावा किया है कि बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने हिरेन की हत्या कराने के लिए शर्मा को 45 लाख रुपये तक दिये थे। शर्मा की जमानत याचिका का विरोध करते हुए एनआईए ने ये कहा है कि वह बेगुनाह नहीं हैं और उन्होंने आपराधिक षड्यंत्र, हत्या व आतंकी कृत्य जैसे अपराध भी किए है। न्यायमूर्ति ए एस चांदुरकर और न्यायमूर्ति जी ए सनप की खंडपीठ ने याचिका पर अगली सुनवाई के लिए 17 जुलाई की तारीख को तय की। मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास ‘एंटीलिया’ के पास में 25 फरवरी, 2021 को एक एसयूवी गाड़ी लावारिस मिली थी जिसमें की विस्फोटक भी था। गाड़ी के मालिक हिरेन थे जो पिछले साल पांच मार्च को ठाणे के एक दर्रे में मृत मिले थे।