समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘समाजवाद नहीं रामराज्य’ वाली टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इसका मतलब है कि योगी संविधान की मूल भावना के खिलाफ हैं। अखिलेश ने शनिवार को किये गये ट्वीट में योगी पर यह कहते हुए हमला बोला ‘मुखिया जी ने कहा कि देश को समाजवाद नहीं चाहिये। इसका अर्थ हुआ कि वह संविधान की मूल भावना के खिलाफ हैं।’ उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह भी हुआ कि योगी गरीबों के बजाय अमीर पूंजीपतियों के साथ हैं
वह समाज के लिये नहीं बल्कि कुछ खास लोगों के लिये काम करते हैं और वह उपेक्षित समाज की बराबरी के उपायों के खिलाफ हैं। मालूम हो कि गत बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा ‘इस देश में रामराज्य ही चाहिये, समाजवाद नहीं चाहिये। क्योंकि जो अस्वाभाविक , अप्राकृतिक और अमानवीय है, वह चेहरा समाजवाद का देश के सामने आया है। जो सार्वभौमिक है, सार्वदेशिक है, सर्वकालिक है, कालपरिस्थितियों से परे शाश्वत है, वही रामराज्य है।