हिंदू सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को बहुत शुभ माना गया है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन सच्ची श्रद्धा से पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस पवित्र दिन पर उपवास किया जाता है और माता पार्वती के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है।
इस बार दस दिसम्बर को होगा प्रदोष व्रत
आपकों बता दे कि इस माह प्रदोष व्रत 10 दिसंबर रविवार को रखा जाएगा। रविवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को रवि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह का पहला प्रदोष व्रत 10 दिसंबर, रविवार को रखा जाएगा। इस माह रवि प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा। इसका समापन 11 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर होगा।
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