दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दूसरे ग्लोबल कोविड शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना के खिलाफ एक जन-केंद्रित रणनीति अपनाई गई। भारत का टीकाकरण कार्यक्रम दुनिया में सबसे बड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि वार्षिक स्वास्थ्य देखभाल बजट में हमने अब तक का सबसे अधिक आवंटन किया है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे ग्लोबल कोविड समिट में कहा कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण अभियान अभी भी जारी है। भारत में लगभग 90 प्रतिशत वयस्कों को पहले ही पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है। इसके साथ ही करीब 50 मिलियन बच्चों का भी टीकाकरण हो चुका है। हम भारत में हजारों लोगों की जान बचाने के लिए पारंपरिक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ ही भारत ने कम लागत वाली कोविड टेस्टिंग किट भी बनाई।
उन्होंने यह भी कहा कि इसके साथ हमने 98 देशों में करीब 200 मिलियन वैक्सीन की डोज भेजी हैं। भारत के जीनोमिक्स कंसोर्टियम ने वायरस के ग्लोबल डेटाबेस में योगदान दिया है। हम इस नेटवर्क का विस्तार अपने पड़ोसी देशों तक करेंगे। पीएम मोदी ने बताया कि भारत डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित चार टीकों का निर्माण करता है और इस वर्ष 5 बिलियन खुराक का उत्पादन करने की क्षमता रखता है। बीते महीने हमने अपने सदियों पुराने ज्ञान को दुनिया को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत में WHO सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की नींव रखी।
पीएम ने संबोधन में यह भी कहा कि WHO में सुधार और मजबूती की जरूरत है। भारत इस प्रयास में अहम भूमिका निभाने को तैयार है। इसके लिए हमें एक लचीली ग्लोबल सप्लाई चेन बनानी चाहिए और टीकों व दवाओं तक पहुंच को सक्षम बनाना चाहिए। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि ग्लोबल समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में भारत इन प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।