कोरोना के खिलाफ फ्रंट लाइन पर खड़े कोरोना वॉरियर्स का हौसला बढ़ाने के लिए सरकार कभी फूल बरसा रही है, तो कभी उनकी सुरक्षा के लिए कानून बना रही है। बावजूद इसके इन वॉरियर्स को अपनी मांगों के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। ताजा मामला खराब क्वालिटी के पीपीई किट का है। ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं।
दरअसल, कोरोना के सबसे ज्यादा मरीजों को ठीक करने वाले हॉस्पिटल जिम्स के स्वास्थ्यकर्मी धरने पर बैठ गए हैं। धरने पर बैठे आउटसोर्स स्टाफ ने खराब क्वालिटी की पीपीई किट देने का आरोप लगाया है। साथ ही स्वास्थ बीमा, सभी स्वास्थ्यकर्मियों की जांच और आउटसोर्स नर्स को परमानेंट करने की मांग की जा रही है।
गौरतलब है कि जिम्स के दो स्वास्थ्यकर्मी अब तक कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इन दोनों की रिपोर्ट सोमवार रात आई थी। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा और खराब क्वालिटी की पीपीई किट के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।
गौतमबुद्धनगर में सोमवार को कोरोना वायरस के 12 नए मामले सामने आए हैं। जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 179 हो गई है, जिसमें 102 संक्रमित ठीक हो गए हैं, जिनको अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। जिले में इस समय 77 एक्टिव मामले हैं।