उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने आज तीन देशों गैबॉन, सेनेगल और क़तर के दौरे की शुरुआत की जो 30 मई से 7 जून 2022 तक चलेगी। यह उम्मीद है कि तीनों देशों के साथ कई द्विपक्षीय दस्तावेजों के संबंध में अंतिम फैसला लिया जाएगा। उनके साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार और तीन सांसद सुशील कुमार मोदी (राज्य सभा), विजय पाल सिंह तोमर (राज्य सभा) और पी. रवींद्रनाथ (लोकसभा) सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है।
हालांकि वैंकया नायडु की यह यात्रा इन तीनों देशों में किसी भी उपराष्ट्रपति की पहली यात्रा होगी लेकिन, यह यात्रा भारत की ओर से गैबॉन और सेनेगल की पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। उनकी यात्रा से अफ्रीका के साथ भारत के जुड़ाव को गति मिलने की उम्मीद है। यह यात्रा अफ्रीकी महाद्वीप के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर देगी।
उपराष्ट्रपति की क़तर यात्रा काफी मायने रखती है क्योंकि दोनों देश राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनाने की तैयारी में हैं। इस यात्रा से देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
नायडु 30 मई से 01 जून 2022 तक गैबॉन दौरे पर रहेंगे। गैबॉन में वह गैबॉन के प्रधानमंत्री रोज क्रिस्टियन ओसौका रापोंडा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत करेंगे। उपराष्ट्रपति नायडु गैबॉन के राष्ट्रपति अली बोंगो ओंडिम्बा और अन्य व्यक्तियों से भी मिलेंगे। उम्मीद है कि वे गैबॉन में व्यापारिक समुदाय के साथ बातचीत करेंगे और वहां भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित करेंगे।
उपराष्ट्रपति नायडु 1 से 3 जून तक सेनेगल की यात्रा पर रहेंगे। नायडु सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी सैल के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। नायडु सेनेगल के नेशनल असेंबली के अध्यक्ष मुस्तफा नियासे और अन्य गणमान्य हस्तियों से भी मिलेंगे। उल्लेखनीय है कि भारत और सेनेगल इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। उपराष्ट्रपति के एक व्यापार गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने और भारतीय समुदाय को संबोधित करने की भी उम्मीद है।
दौरे के अंतिम चरण में 4 से 7 जून 2022 तक क़तर की यात्रा होगी। क़तर यात्रा के दौरान, नायडु क़तर के डिप्टी अमीर, शेख अब्दुल्ला बिन हमद अल थानी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे और द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा भी करेंगे। वह इस यात्रा के दौरान क़तर के कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे और क़तर में एक व्यापार गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उल्लेखनीय है कि क़तर ने पिछले दो वर्षों में विभिन्न भारतीय कंपनियों में 2 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
क़तर यात्रा के अंतिम दिन उपराष्ट्रपति की यात्रा के अवसर पर एक सामुदायिक स्वागत समारोह आयोजित किया जा रहा है, जहां वह क़तर में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगे। भारत और कतर का लोगों से लोगों के बीच संपर्क का एक लंबा इतिहास है। क़तर में अभी अनुमानित रूप से 7,50,000 भारतीय प्रवासी हैं।