पश्चिम बंगाल (West bengal election) में बीजेपी और टीएमसी (TMC-BJP in Bengal election) के बीच चुनावी लड़ाई के बीच लगातार वाकयुद्ध जारी है। पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा समेत बीजेपी के तमाम नेता पश्चिम बंगाल में चुनावी रैलियां कर रहे हैं। इस दौरान वे ममता बनर्जी को दीदी कहकर संबोधित कर रहे हैं। पीएम तो अपने भाषण में कई बार दीदी ओर दीदी कह रहे हैं। टीएमसी को इसी बात से आपत्ति है और उनका कहना है कि पीएम का ममता को दीदी कहने का लहजा ठीक नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल में लगातार रैलियों में टीएमसी चीफ ममता बनर्जी को दीदी कहकर संबोधित कर रहे हैं। उनके बार-बार दीदी कहने पर विवाद शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री शशि पांजा सहित तृणमूल कांग्रेस की तीन महिला नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव रैलियों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मजाक उड़ाते हैं। वह मजाकिया लहजे में उन्हें दीदी कहकर उनका अपमान करते हैं।
तृणमूल भवन आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शशि पांजा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जनसभाओं में तंज भरे लहजे में ‘दीदी ओ दी’ का संबोधन करते हैं। यह न सिर्फ ममता बनर्जी का अपमान है बल्कि बंगाल की हर एक महिला का अपमान है।
टीएमसी नेता ने कहा, ‘बीजेपी हमारी मुख्यमंत्री को तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं, उसी में एक तरीका यह भी है। प्रधानमंत्री का यह व्यवहार महिलाओं के उत्पीड़न के समान है। हम पश्चिम बंगाल के लोगों पर छोड़ते हैं कि वह मोदी और अमित शाह (केंद्रीय गृहमंत्री) को करारा जवाब दें।’ तृणमूल कांग्रेस नेता अनन्या चक्रवर्ती ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक महिला को इस तरह से संबोधित कर अपनी पुरुषवादी मानसिकता प्रदर्शित की है।
तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि ममता बनर्जी को आत्मचिंतन करना चाहिए। वह किस तरह से प्रधानमंत्री और शाह के बारे में भाषा का प्रयोग करती हैं. पॉल ने कहा, ‘हमारी माननीय मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को चुनावी रैलियों में कैसे संबोधित किया? कैसे उन्होंने जेपी नड्डा (भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष) को संबोधित किया? तृणमूल कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है तो वह मोदी और रैलियों में उनके बोलने के लहजे को गलत तरीके से निशाना बना रही है।’