अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके खिलाफ प्रतिनिधि सभा में महाभियोग की कार्रवाई के दौरान संसदीय समिति के समक्ष गवाही देने वाले दो अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया गया है। इससे तीन दिन पहले सीनेट ने ट्रंप को सभी आरोपों से बरी कर दिया था। ये दो अधिकारी यूरोपीय संघ में अमेरिका के राजदूत गोर्डन सोंडलैंड और व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद पर यूक्रेन मामलों के विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट कर्नल एलेक्जेंडर विंडमैन हैं। विंडमैन और सोंडलैंड दोनों ही डेमोक्रेट्स के नियंत्रण वाली प्रतिनिधि सभा में महाभियोग की सुनवाई के दौरान मुख्य गवाह थे।
सोंडलैंड ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “मुझे आज बताया गया कि राष्ट्रपति यूरोपीय संघ में बतौर अमेरिकी राजदूत मुझे तत्काल वापस बुलाना चाहते हैं।” सुरक्षा अधिकारियों द्वारा विंडमैन को व्हाइट हाउस से बाहर निकाले जाने के बाद उनके वकील ने कहा, “लेफ्टिनेंट कर्नल को सच बोलने के लिए पद से हटाया गया।” विंडमैन के वकील डेविड प्रेसमैन ने एक बयान में कहा, “किसी भी अमेरिकी नागरिक के दिमाग में इसे लेकर संदेह नहीं होगा कि इस इंसान को पद से क्यों हटाया गया,
क्यों अब इस देश में व्हाइट हाउस में सेवा दे रहा एक सैनिक और कम हो गया है।” प्रेसमैन ने कहा, “उनकी प्रतिष्ठा, सही करने की उनकी प्रतिबद्धता ने सत्ता में बैठे लोगों को भयभीत किया है।” व्हाइट हाउस ने महाभियोग मामले से जुड़े इन दो अधिकारियों की बर्खास्तगी पर कोई टिप्पणी नहीं की है। व्हाइट हाउस ने विंडमैन के जुड़वा भाई लेफ्टिनेंट कर्नल येवगेनी विंडमैन को भी पद से हटा दिया है। दोनों व्हाइट हाइस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का हिस्सा थे।