
हिंदू धर्म में मां सीता को देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। मां सीता राजा जनक की पुत्री और भगवान श्रीराम की पत्नी हैं। वैशाख शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन सीता नवमी मनाई जाती है। इस उत्सव को सीता जयंती या जानकी नवमी आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस दिन को माता सीता के जन्म के उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि की शुरुआत 5 मई को सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर होगी। वहीं, तिथि का समापन 6 मई को सुबह 8 बजकर 38 मिनट पर होगा। ऐसे में 5 मई को सीता नवमी मनाई जाएगी। इस दिन मां सीता की पूजा करने से कल्याण, धन, सुख, समृद्धि और आनंद की प्राप्ति होती है।