एक बार फिर से पाकिस्तान की जम्हूरियत उसी मोड़ पर आ गई है। यहां विपक्ष से लेकर सरकार तक सब सड़क पर हैं।पाकिस्तान में इमरान खान प्रधानमंत्री रहेंगे या नहीं? वह खुद इस्तीफा देंगे या उन्हें सत्ता से बेदखल किया जाएगा? या फिर वह अपनी ताकत दिखाकर जम्हूरियत पर काबिज रहेंगे? अब तक पाकिस्तान के इतिहास में कोई भी प्रधानमंत्री अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है। कभी सेना ने यहां सत्ता उलट कर रख दी तो कभी अदालतों ने पीएम को ही अयोग्य घोषित कर दिया। अगर, इन सबसे बच भी गए तो सरकार अपने कारनामों से ही गिर गई।
एक बार फिर से पाकिस्तान की जम्हूरियत उसी मोड़ पर आ गई है। यहां विपक्ष से लेकर सरकार तक सब सड़क पर हैं। सरकार गिराने की तैयारी जोरों पर है और पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाने की तैयारी है। इस बीच इमरान खान आज जनता की अदालत में पेश होने जा रहे हैं। उन्हाेंने इस्लामाबाद में एक रैली बुलाई है। यहीं से सत्ता का मिजाज भांप कर इमरान खान आगे की राजनीति तय करेंगे। इससे पहले इमरान खान ने एक जनसभा को भी संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि, मैं सभी पाकिस्तानियों को पैगाम देता हूं कि आप सबने कल इस्लामाबाद पहुंचना है क्योंकि यह अल्लाह का हुक्म है।
Prime Minister @ImranKhanPTI 's Exclusive Message for the Jalsa today at Parade Ground. #WeAreComingPMKhan pic.twitter.com/ChoUFraCt9
— PTI (@PTIofficial) March 26, 2022
इन सब सवालों के जवाब आज इस्लामाबाद में होने वाली रैली में मिल जाएंगे। हालांकि, वह रैली के जरिए विपक्ष को कड़ा संदेश भी देना चाहते हैं। दरअसल, पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में 342 सदस्य हैं और इमरान खान को बहुमत साबित करने के लिए 172 सदस्यों का समर्थन चाहिए। संकट के बीच इमरान ने रविवार को इस्लामाबाद में एक रैली बुलाई है और अटकलें है कि वो यहां इस्तीफे का एलान कर सकते हैं।इमरान खान को बढ़ती आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनकी सरकार विपक्ष द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही है। लेकिन अब इमरान खान के 24 सांसद व सहयोगी दलों ने बगावत कर दी है। इससे सरकार संकट में आ गई है। इमरान खान और उनकी पार्टी के सदस्य सियासी उथल-पुथल को टालने के लिए हर तरह की आजमाइश कर रहे हैं। इस्लामाबाद में 8 मार्च को विपक्षी दलों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। विपक्ष को भरोसा है कि उसके प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी क्योंकि पीटीआई के कई विधायक पीएम इमरान खान के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं।
इमरान खान को जवाब देने के लिए विपक्ष की ओर से भी इस्लामाबाद कूच का आह्वान किया गया है। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तानी डेमोक्रेटिक मूवमेंट के बैनर तले विपक्षी नेता इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं। ऐसे में इमरान और विपक्ष समर्थकों में आमना-सामना हो सकता है। वहीं गृहमंत्री शेख रशीद ने चेतावनी दी है कि विपक्ष को इस्लामाबाद में रैली की अनुमति नहीं दी गई है।