कम उम्र में बढ़ रही डायबिटीज की आहट, बिना टेस्ट इन शुरुआती लक्षणों से करें पहचान

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डायबिटीज को अक्सर उम्रदराज़ लोगों की बीमारी माना जाता रहा है, लेकिन अब यह समस्या बच्चों, किशोरों और युवाओं में भी तेज़ी से पैर पसार रही है। खासतौर पर टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत में शरीर कोई जबरदस्त संकेत नहीं देता, जिससे इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ सूक्ष्म बदलाव ऐसे हैं जिन्हें समय रहते पहचानकर इस गंभीर बीमारी को शुरुआती चरण में ही नियंत्रित किया जा सकता है।

जानिए टाइप 2 डायबिटीज के बिना टेस्ट वाले शुरुआती लक्षण

  1. बार-बार पेशाब आना
    अगर आप दिनभर या रात में बार-बार पेशाब करने लगे हैं, तो यह डायबिटीज का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। ऐसा तब होता है जब शरीर अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने के लिए किडनी को ज़्यादा काम करने पर मजबूर करता है।
  2. लगातार प्यास लगना
    हर वक्त प्यास का बना रहना, भले ही आप पर्याप्त पानी पी रहे हों, डायबिटीज से जुड़ा एक सामान्य संकेत है। यह बार-बार पेशाब की वजह से शरीर में तरल की कमी (डिहाइड्रेशन) के कारण होता है।
  3. बिना वजह वजन घटना
    अगर कोई भी प्रयास किए बिना वजन घटने लगे, तो यह चेतावनी का संकेत हो सकता है। डायबिटीज के कारण जब शरीर ग्लूकोज़ का उपयोग नहीं कर पाता, तो वह वसा और मांसपेशियों को तोड़कर ऊर्जा बनाता है।
  4. लगातार थकान महसूस होना
    अगर आप खुद को हर वक्त थका हुआ और सुस्त महसूस कर रहे हैं, तो यह ग्लूकोज़ न मिलने की वजह से हो सकता है। ऊर्जा की कमी डायबिटीज से जुड़ी एक प्रमुख समस्या है।
  5. हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नता
    डायबिटिक न्यूरोपैथी के कारण हाथों या पैरों में झुनझुनी या सुन्नता की समस्या हो सकती है। यह शरीर में नसों को नुकसान पहुंचने का संकेत है, जो लंबे समय तक अनियंत्रित शुगर लेवल के कारण होता है।
  6. सूखी और खुजली वाली त्वचा
    डायबिटीज के कारण शरीर में डिहाइड्रेशन और खराब ब्लड सर्कुलेशन होता है, जिससे त्वचा शुष्क, खुरदरी और खुजलीदार हो जाती है। अगर आपकी त्वचा में बार-बार खुजली या ड्राइनेस हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें।

क्यों ज़रूरी है समय रहते पहचान?

विशेषज्ञों के अनुसार, टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत में अक्सर लक्षण बहुत हल्के होते हैं और लोग इसे थकान, मौसम या सामान्य कमजोरी समझकर टाल देते हैं। लेकिन समय रहते पहचान और सही इलाज से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।

क्या करें?

अपने शरीर के सामान्य से हटकर बदलावों को नज़रअंदाज़ न करें।

परिवार में डायबिटीज का इतिहास हो तो विशेष सतर्कता बरतें।

हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं – नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, और समय पर भोजन करें।

नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करवाएं, खासकर यदि ऊपर बताए गए लक्षण दिखें।