दिमाग की नस फटने से पहले शरीर देता है चेतावनी, अनदेखी जानलेवा हो सकती है

8

दिमाग की नस फटने की घटनाएं देश में तेजी से बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस घातक स्थिति से पहले शरीर कुछ स्पष्ट संकेत देता है, जिन्हें पहचानकर समय रहते इलाज शुरू किया जा सकता है। दिमाग की नस फटने से जान तक जा सकती है, लेकिन इससे पहले जो संकेत मिलते हैं, उन्हें मेडिकल साइंस Transient Ischemic Attack (TIA) या Mini Stroke कहते है। यह एक तरह की चेतावनी है कि मस्तिष्क में कुछ बड़ा होने वाला है।


मिनी स्ट्रोक कुछ ही मिनटों (1 से 30 मिनट) के लिए होता है और फिर लक्षण गायब हो जाते हैं, लेकिन यही समय होता है चेतावनी को समझने का। इस दौरान तंत्रिका तंत्र कुछ मिनटों के लिए काम करना बंद कर देता है, जिससे कुछ बेहद खास लक्षण दिखाई देते हैं।

दिमाग की नस फटने से पहले शरीर कौन-कौन से संकेत देता है?

  1. शरीर के एक हिस्से में सुन्नता या कमजोरी
    हाथ, पैर या चेहरे का एक हिस्सा अचानक सुन्न हो जाना, या उसमें कमजोरी आना। खासकर अगर कोई व्यक्ति सामान पकड़ न पाए या एक तरफ का चेहरा ढीला पड़ जाए।
  2. अचानक बोलने और समझने में दिक्कत
    अगर किसी को एकदम से बोलने में लड़खड़ाहट हो, शब्द न निकलें, या सामने वाले की बात समझ में न आए—तो यह संकेत खतरनाक हो सकता है।
  3. देखने में समस्या
    एक या दोनों आंखों से धुंधलापन, डबल दिखना, या एक आंख से पूरी तरह दिखना बंद हो जाना। वस्तुएं घूमती या टेढ़ी-मेढ़ी दिखने लगें।
  4. संतुलन बिगड़ना या चक्कर आना
    अचानक से चक्कर आना, गिर जाना या सीधे चलने में दिक्कत। ये लक्षण अक्सर लोग थकान या कमजोरी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
  5. अचानक और तेज सिरदर्द
    अगर सिरदर्द बहुत तेज हो और ऐसा लगे कि यह “जिंदगी का सबसे बुरा सिरदर्द” है, तो इसे गंभीरता से लें। साथ में उल्टी या जी मिचलाना भी हो सकता है।
  6. निगलने में परेशानी और चेहरे की मांसपेशियों में गड़बड़ी
    अगर खाना निगलने में दिक्कत हो रही है, एक तरफ का चेहरा लटक गया है, या मुंह से लार टपक रही है—तो यह ब्रेन स्ट्रोक का संकेत हो सकता है।

इन संकेतों को पहचानने के लिए याद रखें: FAST Test

F – Face: मुस्कुराने पर चेहरा एक तरफ लटक रहा है?
A – Arms: क्या दोनों हाथ ऊपर नहीं उठ पा रहे?
S – Speech: क्या बोलने में दिक्कत है? भाषा अस्पष्ट है?
T – Time: एक सेकंड भी न गंवाएं, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

किसे है ज्यादा खतरा?

हाई ब्लड प्रेशर (BP) के मरीज

डायबिटीज़ और हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोग

धूम्रपान और शराब का सेवन करने वाले

मोटापा और अनहेल्दी लाइफस्टाइल

लगातार तनाव में रहने वाले

दिल की बीमारी या पारिवारिक इतिहास वाले लोग

ऐसी स्थिति में क्या करें?

तुरंत 108 या नजदीकी आपातकालीन सेवा को कॉल करें।

मरीज को बाईं करवट लिटाएं और सिर ऊँचा रखें।

कुछ भी खाने-पीने को न दें।

खुद घबराएं नहीं, मरीज को शांत रखें।

लक्षण खत्म हो जाएं तब भी डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं।

कैसे करें ब्रेन स्ट्रोक से बचाव?

नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराएँ, हेल्दी डाइट और वर्कआउट करें, शराब और सिगरेट से दूरी बनाएं, मेडिटेशन और योग से तनाव पर नियंत्रण रखें,
साल में एक बार हेल्थ चेकअप जरुर कराएं।

हर मिनट कीमती है। दिमाग की नस फटने से पहले शरीर हमें चेतावनी देता है। इन्हें समय पर समझकर सही इलाज लिया जाए, तो जान बचाई जा सकती है।