खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खेलो इंडिया डैशबोर्ड का किया शुभारंभ

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केंद्रीय युवा खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने नई दिल्ली में खेलो इंडिया के नए डैशबोर्ड का शुभारंभ किया। इस डैशबोर्ड में खेलो इंडिया योजना और खेलो इंडिया आयोजनों से संबंधित सभी सांख्यिकीय आंकड़े उपलब्‍ध हैं। इस अवसर पर युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय एवं साई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

डैशबोर्ड खेलो इंडिया योजना से जुड़ी समस्‍त सूचनाओं तक जनता की पहुंच सुगम बनाएगा

खेलो इंडिया डैशबोर्ड को वास्तविक समय के आधार पर अपडेट किया जाएगा और इसका उद्देश्य एक विशिष्‍ट वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म बनना है, जिसके माध्यम से देश के प्रत्येक नागरिक को खेलो इंडिया योजना के विभिन्न प्रस्‍तावों के बारे में समस्‍त जानकारी प्राप्त होगी।

डैशबोर्ड के बारे में चर्चा करते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “यदि आप भारत सरकार के कार्यों पर गौर करें, तो आप पाएंगे कि चाहे कारोबार करने की सुगमता हो, जीवनयापन की सुगमता हो या अनुपालन की सुगमता हो, उसके द्वारा हमेशा सुगम पहुंच और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इसी विचार को ध्यान में रखते हुए खेलो इंडिया डैशबोर्ड लॉन्च किया गया है। यह एक विशिष्‍ट प्‍लेटफॉर्म है, जिसके माध्‍यम से खेलो इंडिया योजना के संबंध में प्रत्येक व्यक्ति को, चाहे वह कोई आम आदमी हो या खिलाड़ी, सभी तरह की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी और उन्हें कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए विविध स्थानों पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस डैशबोर्ड पर जियोटैगिंग वाले खेल के मैदानों की जानकारी उपलब्ध है।”

केंद्रीय मंत्री की बात को आगे बढ़ाते हुए प्रमाणिक ने कहा, “यह प्‍लेटफॉर्म न केवल लोगों को खेलो इंडिया योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा, बल्कि खेलों के बुनियादी ढांचे, फिट इंडिया और खेल के मैदान के विकास के संबंध में हुई प्रगति के बारे में भी जानकारी पाने में मदद करेगा।”

इस विशिष्‍ट प्लेटफॉर्म पर खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी), खेलो इंडिया अकादमियों, साई प्रशिक्षण केंद्रों और नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एनसीओई) के बारे में भी डेटाबेस उपलब्‍ध है, जो खिलाडि़यों को विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण की सुविधाओं से युक्‍त निकटतम केंद्र तलाशने में मदद करेगा। केंद्रों को भारत के मानचित्र पर जियोटैग किया गया है, ताकि किसी खेल विशेष के खिलाड़ी को पूरे भारत में उसकी पसंद का केंद्र तलाशने में मदद मिल सके।