अलीगढ़- उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से मानवता को शर्मसार कर देनी वाली खबर सामने आई है। यह मामला यूपी के अलीगढ़ जिले के कस्तूरबा गांधी कन्या स्कूल का है जहां मां-बाप अपने बच्चे को सुबह तैयार करकर स्कूल इस उम्मीद से भेजते हैं कि स्कूल में वे पढ़ाई करेंगे, कुछ नया सिखेंगे और अपने पैरों पर खड़े होंगे। पर आप इस स्कूल की सच्चाई जानकर चौंक जाएंगे। इस सरकारी स्कूल में पढ़ाई के नाम पर छात्र, किताबें, टीचर्स सब हैं पर यहां पढ़ाई नहीं है। यहां सुबह टीचर्स आते तो हैं पर बच्चों को पढ़ाने की बजाय उनसे साफ-सफाई, पैर दबाने जैसे काम करवाते हैं।
इस स्कूल में जिन मासूम हाथों में पेन-पेंसिल होना चाहिए, उनमें झाडू और बर्तन नजर आते हैं। इन तस्वीरों को देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। सिलसिला साफ-सफाई तक नहीं रुकता बल्कि उनसे झूठे बर्तन यहां तक की टॉयलेट भी साफ कराए जाते हैं और मना करने पर ये बेरहम टीचर बच्चों को मारते-पीटते हैं। इन तस्वीरों ने स्कूल प्रशासन और योगी सरकार दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया।
इस स्कूल के टीचर बच्चियों को कहते हैं कि वे अपने माता-पिता पर बोझ हैं इसलिए उन्हें यहां भेजा गया है। बच्चियों के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि हिंदी की टीचर और संगीत की अध्यापिका बच्चियों से अपना घरेलु काम भी करवाती हैं और मना करने पर बच्चे के साथ मारपीट करती है।