रुपये में जारी गिरावट के रुख के बीच शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले स्थानीय मुद्रा शुक्रवार को 16 पैसे टूटकर 74.44 पर खुली। कोरोना वायरस महामारी से वैश्विक मंदी की आशंका के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गयी है और इसका असर मुद्रा बाजार पर भी दिख रहा है। बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 60 पैसे टूटकर 74.28 पर बंद हुआ था। यह पिछले 17 महीने में रुपये का सबसे निचला स्तर रहा।
इस बीच ब्रेंट कच्चा तेल 0.87 प्रतिशत गिरकर 32.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार कोरोना वायरस महामारी की वजह से निवेशकों के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था के गहरे संकट में जाने की धारणा बन रही है। इस वजह से वह बेहद सावधानी भरा रुख अपना रहे हैं कोरोना वायरस से दुनियाभर में 4,600 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
मार्च में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने अब तक भारतीय बाजार से 33,163 करोड़ रुपये (4.46 अरब डॉलर) की निकासी की है। इस बीच शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी में शुरुआती कारोबार में भारी बिकवाली का दौर चला। दोनों अपने निचले सर्किट स्तर को छूने के बाद शेयर बाजारों में कारोबार को 45 मिनट के लिए रोकना पड़ा। सेंसेक्स में 3,000 अंक और निफ्टी में करीब 1,000 अंक की गिरावट देखी गयी।